दलित सेना और जेपी संगठनों ने एनडीए सरकार के खिलाफ संयुक्त रूप से विरोध मार्च निकाला।
दलित सेना के युवा अध्यक्ष मोहम्मद अशरफ ने एनडीए सरकार की कड़ी आलोचना की है। उन्होंने कहा कि भाजपा मुसलमानों और दलितों के अधिकारों की रक्षा करने में विफल रही है। उन्होंने कहा कि आजकल मुस्लिम मस्जिदों में तोड़फोड़ करने का चलन चल रहा है। उन्होंने कहा कि भगवा धर्म के लोगों ने मस्जिद में तोड़फोड़ की है।
प्रधानमंत्री मोदी ने अपना मुंह बंद कर लिया है और आज तक उन्होंने कोलापुर दंगों के बारे में कुछ नहीं कहा है। उन्होंने चेतावनी दी है कि अगर मुसलमानों पर इस तरह के हमले जारी रहे तो दलित सेना बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन करेगी। साथ ही जेपी संगठन के अध्यक्ष सिराज शबादी ने आरोप लगाया कि तथाकथित राजनीतिक मुस्लिम उलेमा चुनाव प्रचार करते हैं और हर गली-मोहल्ले में जाकर एक खास पार्टी के लिए वोट मांगते हैं और जब मस्जिद पर हमला हुआ। किसी भी राजनीतिक मुस्लिम उलेमा ने निंदा नहीं की है। इन राजनीतिक उलेमाओं की वजह से निर्दोष उलेमाओं को निशाना बनाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि एक दिन मुसलमान इस तरह के राजनीतिक उलेमाओं के खिलाफ़ प्रदर्शन करेंगे। उन्होंने कहा कि सरकार को उन पीड़ितों को मुआवज़ा देना चाहिए जिनके घरों में तोड़फोड़ की गई। उन्होंने कहा कि दोषियों को मौत की सज़ा मिलनी चाहिए।
सौजन्य : ऐरान्यूज़ नेट
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