एसिड अटैक में भाई का हाथ होने की खबर सुनकर बोली पीड़िता- “मेरे साथ हुआ विश्वासघात, आरोपी को मिले कड़ी सजा”
जब परिजनों से उसे पता चला कि घटना में मौसेरा भाई हर्ष उर्फ़ हर्षित तिवारी भी शामिल था तो इस खबर ने उसे झकझोर दिया।
Lucknow Acid Attack: ”मेरे साथ विश्वासघात हुआ है, मैंनेमैंनेजिन हाथों में राखी बाँधी अगर वही हाथ मेरे साथ गलत करने में शामिल रहे तो इससे बुरा मेरे लिए कुछ भी नहीं हो सकता ये न सिर्फ मेरे साथ धोखा है बल्कि रिश्ते का भी अपमान है।”
ये शब्द थे राजधानी के चौक इलाके में एसिड अटैक का शिकार हुई युवती के जिसका इलाज केजीएमयू के न्यूरो सर्जरी विभाग में चल रहा है। जब परिजनों से उसे पता चला कि घटना में मौसेरा भाई हर्ष उर्फ़ हर्षित तिवारी भी शामिल था तो इस खबर ने उसे झकझोर दिया। खबर मिलने के बाद से ही पीड़िता गुमसुम रहने लगी है। वह न तो ज्यादा बोलती है और न ही किसी से बहुत ज्यादा बात करना पसंद कर रही है।
मेरी और उसकी ज्यादा बात नहीं होती और न ही वह किसी के पूछने पर घटना के बारे में साफ़-साफ़ जवाब ही दे रहा है। उससे जो भी पूछ रहा है सबको अलग-अलग जवाब ही मिल रहे हैं। वह न तो एसिड फेंकने वाले आरोपी अभिषेक वर्मा से अपने संबंधों को कुबूल रहा है और न ही उसके साथ आने-जाने की बात पर कोई जवाब दे रहा है। ऐसे में उसका ये संदिग्ध बर्ताव कहीं न कहीं हम सभी के मन में सवाल खड़ा कर रहा है। घटना में चाहे कोई करीबी शामिल हो या फिर कोई अनजान, उसे कड़ी से कड़ी सजा मिलनी चाहिए।
पीड़िता का भी यही कहना है कि जो भी ऐसा करने वाले हैं उन्हें सख्त से सख्त सजा दी जाए। भाई ने आरोपी को लोकेशन भेजकर मौके पर बुलाया पीड़िता का मौसेरा भाई हर्ष और आरोपी अभिषेक वर्मा लखीमपुर में साथ ही रहते थे और इनकी शुरुआती पढ़ाई भी साथ ही हुई है। ऐसे में ये दोनों ही पुराने परिचित हैं इस बात से इंकार नहीं किया जा सकता। विभागीय सूत्रों के अनुसार 3 जुलाई को घटना वाली सुबह भाई हर्ष पहले से पहुँच गया था और उसने ही आरोपी को लोकेशन भेजकर चौक में लोहिया पार्क के पास बुलाया। जब आरोपी मौके पर पहुंचा तो उसने पहले पीड़िता से जबरन बात करने का प्रयास किया लेकिन जब उसने बात नहीं की तो हर्ष ने आरोपी को
आरोपी के पास से मिली हर्ष के पिता की बाइक आरोपी अभिषेक वर्मा पीड़िता पर तेज़ाब डालकर मौके से भाग गया था और जिस गाड़ी से वह भागा था उसे
घटनास्थल से कुछ दूरी पर ही छोड़ गया था। पुलिस जाँच में सामने आया है कि यह बाइक हर्ष के पिता के नाम पर ही रजिस्टर्ड थी। आरोपी के पास वह बाइक कैसे पहुँची पुलिस को हर्ष के अलावा इस बात की और कोई कड़ी नहीं मिल रही है। हालाँकि पुलिस कड़ियाँ जोड़कर मामले के खुलासे का प्रयास कर रही है। मामले में अधिक जानकारी के लिए चौक पुलिस लखीमपुर पुलिस से भी संपर्क बनाए हुए है। जल्द ही पुलिस आधिकारिक रूप से इस मामले का खुलासा कर सकती है।
सुपारी देकर एसिड फेंकने की भी हो रही जाँच
पुलिस जाँच में सामने आया है कि घटना से कुछ दिन पहले लखीमपुर खीरी निवासी अभिषेक वर्मा पुत्र कोमल वर्मा के बैंक खाते में लगभग 1.60 लाख रुपये किसी अज्ञात के द्वारा ट्रां सफर किए गए थे। आरोपी के पिता किसानी करते हैं और आरोपी यहाँ रहकर निजी कोचिंग संस्थान से SSC की कोचिंग कर रहा है। ऐसे में इतनी बड़ी रकम उसके खाते में कहाँ से आई यह गुत्थी नहीं सुलझ रही है। फ़िलहाल पुलिस सुपारी देकर युवती पर तेज़ाब फेंके जाने के एंगल से भी मामले की जाँच कर रही है।
सौजन्य :न्यूज़ ट्रैक
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