शर्मनाकः छात्रा पर संबंध बनाने के लिए दबाव बनाता था टीचर, तैयार होने पर दी थी धमकी; FIR होने के बाद हुआ फरार
पलामू जिले के छतरपुर थाना क्षेत्र में एक सरकारी स्कूल के पारा शिक्षक के खिलाफ एक छात्रा ने ब्लैकमेल करने का आरोप लगाया है। एक वायरल ऑडियो में 43 मिनट तक फोन पर बात कर संबंध बनाने का दबाव बनाने, ब्लैकमेल करने और इनकार करने पर ऑडियो वायरल करने की लिखित शिकायत दर्ज कराई है।
पलामूः झारखंड में पलामू जिले के छतरपुर में एक सरकारी स्कूल के पारा शिक्षक पर एक छात्रा ने संबंध बनाने का दबाव डालने का गंभीर आरोप लगाया है। इसे लेकर छात्रा, उसके परिवार और गांव वालों ने थाने में शिकायत दर्ज कराई है। पुलिस मामले की जांच कर रही है, लेकिन आरोपी शिक्षक फरार है।
शिक्षक कई अन्य छात्राओं को भी कर रहा था ब्लैकमेल
गांव वालों का आरोप है कि शिक्षक ऑडियो रिकॉर्डिंग और दूसरी चीजों से छात्रा को ब्लैकमेल कर रहा था। ऑडियो वायरल होने के बाद मामला खुल गया और ग्रामीणों ने थाने में शिकायत की।
पुलिस ने मामले की छानबीन शुरू की
छतरपुर थाना प्रभारी प्रशांत कुमार ने बताया कि पारा शिक्षक के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर ली गई है और पुलिस मामले की जांच कर रही है। ग्रामीणों ने पुलिस को यह भी बताया कि आरोपी शिक्षक और भी छात्राओं और महिलाओं को पैसे का लालच देकर संबंध बनाने के लिए कहता था। पुलिस छात्रा और ग्रामीणों के बयान के आधार पर जांच कर रही है, लेकिन आरोपी शिक्षक अभी भी फरार है।
ग्रामीणों ने शिक्षक के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की मांग की
स्थानीय लोगों का कहना है कि यह घटना शिक्षा व्यवस्था पर एक काला धब्बा है और समाज को शर्मसार करने वाली है। एक शिक्षक का काम बच्चों को शिक्षित करना और उनका मार्गदर्शन करना होता है, लेकिन यहाँ तो एक शिक्षक ही बच्चों के लिए खतरा बन गया है। ऐसे लोगों को सख्त से सख्त सजा मिलनी चाहिए ताकि भविष्य में कोई भी शिक्षक ऐसी घिनौनी हरकत करने की हिम्मत न कर सके। ग्रामीणों का कहना है कि पुलिस को चाहिए कि वह जल्द से जल्द आरोपी शिक्षक को गिरफ्तार करे और पीड़िता को न्याय दिलाए। साथ ही, सरकार को भी चाहिए कि वह ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए ठोस कदम उठाए।
बच्चों की सुरक्षा के प्रति सजग रहना होगा
स्थानीय लोगों ने कहा कि यह घटना समाज के लिए एक चेतावनी है कि हमें अपने बच्चों की सुरक्षा के प्रति सजग रहना होगा और ऐसी घटनाओं के खिलाफ आवाज उठानी होगी। हमें मिलकर ऐसे लोगों के खिलाफ लड़ना होगा जो बच्चों के भविष्य के साथ खिलवाड़ करते हैं।
सौजन्य :नवभारत टाइम्स
नोट: यह समाचार मूल रूप सेnavbharattimes.indiatimes.com में प्रकाशित हुआ है|और इसका उपयोग पूरी तरह से गैर-लाभकारी/गैर-व्यावसायिक उद्देश्यों के लिए विशेष रूप से मानव अधिकार के लिए किया गया था