UP : मथुरा में कथित भ्रष्टाचार के खिलाफ चार महीने से अनशन कर रहे व्यक्ति की मौत
जिला अस्पताल में इलाज के दौरान बुधवार को उनकी मृत्यु हो गई। कुमार ने बताया कि सोमवार को भी उनकी मांगों के संबंध में उच्चाधिकारियों को अवगत कराकर पुन: जांच कराए जाने का आश्वासन दिया गया था।
उत्तर प्रदेश के मथुरा में ग्रामीण विकास के कार्यों से जुड़े मामलों में कथित भ्रष्टाचार के खिलाफ चार महीने से अनशन कर रहे बुजुर्ग सामाजिक कार्यकर्ता की बुधवार को इलाज के दौरान मौत हो गयी। परिजनों ने आरोप लगाया कि जिला प्रशासन उनकी (बुजुर्ग) शिकायतों पर कार्रवाई करने के स्थान पर उन्हें ही अनशन समाप्त करने के लिए दबाव बनाने में लगा हुआ था।
परिजनों के मुताबिक, मंगलवार को उनकी तबीयत बिगड़ गयी और उन्हें जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां बुधवार को उन्होंने दम तोड़ दिया। इस मामले में मांट के उप जिलाधिकारी आदेश कुमार ने बताया कि नौहझील के रहने वाले देवकीनन्दन शर्मा (66) कई वर्षों से गांव में कराए गए शौचालय निर्माण, मिनी सचिवालय, मनरेगा आदि से संबंधित विकास कार्यों से असंतुष्ट थे, जिसे लेकर उन्होंने कई शिकायतें की थीं।
कुमार ने बताया कि उनकी शिकायतों पर कई बार जिला स्तर पर जांच की गयी, जिसमें वे स्वयं भी शामिल रहे लेकिन जांच रिपोर्ट से नाराजगी जाहिर करते हुए शर्मा 12 फरवरी को अपने घर में बने मंदिर के बाहर अनशन पर बैठ गए।
अधिकारी के मुताबिक, शर्मा की मृत्यु के बाद पोस्टमॉर्टम कराया गया और उसकी रिपोर्ट में उनके पेट में अन्न पाया गया। उन्होंने बताया कि मंगलवार शाम जब उनके परिजनों ने देवकीनन्दन शर्मा की स्थिति बिगड़ने की सूचना दी तो तुरंत उन्हें पहले सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र और फिर वहां से जिला अस्पताल ले जाया गया।
उन्होंने बताया कि जिला अस्पताल में इलाज के दौरान बुधवार को उनकी मृत्यु हो गई। कुमार ने बताया कि सोमवार को भी उनकी मांगों के संबंध में उच्चाधिकारियों को अवगत कराकर पुन: जांच कराए जाने का आश्वासन दिया गया था।
सौजन्य :प्रभा साक्षी
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