दलितों पर कहर जारी: यूपी, एमपी और राजस्थान में दलित उत्पीड़न की घटनाएं
दलित उत्पीड़न की घटनाएं देशभर के हर क्षेत्र से कम होने का नाम नहीं ले रही हैं। भले ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आजादी की 75वीं सालगिरह को आजादी का अमृत महोत्सव कहा था लेकिन दलितों के लिए आज भी कथित ऊंची जाति के लोगों के दिलों में जहर भरा पड़ा है। हाल ही में तीन राज्यों उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश और राजस्थान से दलितों को निशाना बनाए जाने की घटनाएं सामने आई हैं।
मध्य प्रदेश के ग्वालियर जिले में एक दलित दूल्हे पर कथित तौर पर ‘ऊंची जाति’ के लोगों द्वारा हमला करने की खबर है। पुलिस ने बताया है कि दूल्हे को बग्घी (घोड़ा-गाड़ी) से नीचे खींच लिया गया और उसके साथ मारपीट की गई, ऐसा तब हुआ जब उसकी बारात उनके क्षेत्र से गुजर रही थी।
इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक, पुलिस का कहना है कि दूल्हे नरेश जाटव के परिवार ने आरोप लगाया है कि आरोपियों ने बारात उनके इलाके से गुजरने पर आपत्ति जताई थी। हालांकि, आरोपियों का आरोप है कि बारात में मोहल्ले की एक महिला पर नोट फेंके गए, जिससे झगड़ा हुआ। घटना 20 मई की रात की बताई गई है।
एनडीटीवी की रिपोर्ट के मुताबिक, करहिया गांव में घर के बाहर दलित दूल्हे की बारात निकलने से नाराज दबंगों ने दूल्हे को बग्घी से नीचे गिरा कर पीटा। इसके साथ ही बग्घी की छतरी और लाइटें तोड़कर नाले में फेंक दीं। दूल्हे और बारातियों को जातिसूचक गालियां दी गईं। इसके बाद घरों की छतों से बारातियों पर पानी फेंक दिया गया। वहीं, कुछ लोगों ने बारात के बीच घुसकर बंदूकों और कट्टों से हवाई फायरिंग भी की।
पुलिस में दर्ज शिकायत के अनुसार, आरोपियों ने दूल्हे नरेश जाटव को बचाने आए बारातियों के साथ भी मारपीट की। डीजे बजाने वालों को भी पीटा गया और डीजे पर पथराव किया। डिस्को लाइट्स तोड़ दी गईं। साउंड सिस्टम को उखाड़ कर फेंकने का प्रयास किया गया।
दूल्हे के रिश्ते के भाई रिंकू जाटव ने पुलिस को बताया कि आरोपी उनके घर के सामने से बग्घी में बैठकर निकलने का विरोध कर रहे थे। दबंग संजय, दलबीर, संदीप और अनिल रावत ने बारात में दहशत फैलाने के लिए बंदूक और कट्टों से हवाई फायरिंग भी की।
इस मामले में आरोपी पक्ष की ओर से भी एक शिकायत की गई है। उनका आरोप है कि बाराती नाचते हुए नोट लुटा रहे थे। महिलाओं पर नोट गिरने पर मना किया, तो बाराती झगड़ा करने लगे। पुलिस दोनों पक्ष के आरोप की जांच कर रही है। एएसपी निरंजन शर्मा ने कहा कि बारात पर हमला हुआ है। दोनों पक्षों की ओर से एक शिकायत और एक जवाबी शिकायत दर्ज कराई गई है।
राजस्थान में दलित युवक पर घंटों डंडे बरसाए, मौत
राजस्थान के झुंझुनूं जिले के सूरजगढ़ इलाके में गोशाला में काम करने वाले दलित कर्मचारी के पैर बांधकर लोहे के पाईप से उल्टा लटका दिया गया। इस दौरान उसके तलवे पर 6 घंटे तक डंडे बरसाये। युवक को बुरी तरह थर्ड डिग्री टार्चर करने के कारण उसकी मौत हो गई। इस हत्याकांड में शामिल सभी आरोपियों को पुलिस ने वारदात के 48 घंटे में गिरफ्तार कर लिया। इस मामले में पुलिस ने एक नाबालिग को डिटेन भी किया है। पुलिस जांच में सामने आया कि युवक के साथ मारपीट करते हुए इन आरोपियों ने वीडियो बनाए थे। घटना के दो वीडियो मंगलवार को सामने आए।
द मूकनायक की रिपोर्ट के अनुसार, झुंझुनूं जिले के सूरजगढ़ थाना इंचार्ज सुखदेव सिंह ने बताया- “बलोदा में शराब ठेका कर्मचारियों और अवैध शराब बनाने वालों के बीच रंजिश है। क्षेत्र में अवैध शराब की बिक्री का शक होने पर यह घटना कारित की गई है। शराब ठेका चलाने वाले कारोबारियों को लगा की अवैध शराब के कारण उनकी आय पर असर पड़ रहा था। शराब के ठेके से जुड़े हुए लोगों को शक था।”
गोशाला में काम करने वाला रामेश्वर वाल्मीकि (27) पुत्र हनुमान का संपर्क अवैध शराब बनाने वालों से है और वे रामेश्वर के जरिए उनका कारोबार खत्म करना चाहते हैं। इसी रंजिश में आरोपियों ने रामेश्वर के घर से उसका अपहरण किया।
थाना इंचार्ज ने बताया- “14 मई की सुबह गोशाला से लौटकर रामेश्वर एक सवामणी के कार्यक्रम में जाने के लिए सुबह 11 बजे घर से निकला था। निकलते ही बदमाश कैंपर कार में उसे अपहरण कर एक हवेली में ले गए। वहां उसे बांधकर 6 घंटे तक उसके पैरों और शरीर पर जगह-जगह डंडे बरसाए। जमकर मारपीट की। वीडियो बनाया। दो आरोपियों ने उसके हाथ और पैर पकड़े और और तीसरे ने जमकर लाठियां बरसाईं। उसे कभी लिटाकर तो कभी लटकाकर पीटा गया। बुरी तरह पिटाई के बाद रामेश्वर अचेत हो गया। टॉर्चर को वह सह नहीं पाया और उसने दम तोड़ दिया। शाम 7 बजे आरोपी उसकी डेडबॉडी उसके घर के पास फेंककर फरार हो गए।”
सूचना पर डीएसपी विकास धिंधवाल व थानाधिकारी सुखदेव सिंह मय जाब्ता मौके पर पहुंचे। डॉग स्क्वायड को भी बुलाया गया। बताया जा रहा है कि आरोपी रामेश्वर को हरियाणा के सतनाली में निजी अस्पताल भी लेकर गए थे। वहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। इसके बाद वे शाम 7 बजे उसके घर के बाहर फेंककर फरार हो गए।
यूपी में दलित महिला को कुआं पूजन से रोका, पीटा
यूपी के बस्ती जिले के छावनी थाना क्षेत्र में एक दलित परिवार में विवाह कार्यक्रम के दौरान कुंआ पूजन की रस्म के दौरान मनबढों ने विरोध किया। दलित महिला का आरोप है कि उसे कुंआ पूजन करने से रोका गया। महिला ने जब इसका विरोध किया तो उसका ब्लाउज पकड़कर खींच लिया गया। उसे जातिसूचक गालियां दी गईं और पिटाई भी की गई।
द मूकनायक की रिपोर्ट के मुताबिक, महिला का आरोप है कि इस मामले में क्षेत्रीय पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की। महिला ने एक शिकायती पत्र पुलिस अधीक्षक को देकर कार्रवाई की मांग की है। पुलिस अधीक्षक ने थाना प्रभारी को जांच कर कार्रवाई के आदेश दिए हैं।
परिवार का आरोप है कि थाने की पुलिस ने हमारे बयान लिए और गवाहों के नंबर नोट कर लिए और यह नंबर उठाकर आरोपी को दे दिये। अब वह हमें धमका रहा है।
पूरा मामला बस्ती जिले के छावनी थाना के सौरी गांव का है। अनीता पत्नी रामकुमार कनौजिया ने पुलिस अधीक्षक बस्ती से पत्र लिखकर न्याय की गुहार लगाई है। पत्र में उन्होंने गांव के ही राज उपाध्याय पुत्र जगन्नाथ उपाध्याय पर आरोप लगाते हुए कहा है कि 18 अप्रैल 2024 को उनके देवर की शादी में डीजे के साथ कुआं पूजन के कार्यक्रम में नाच गा रहे थे। इस दौरान राज उपाध्याय कुआं पूजन करने का विरोध किया।
अनीता का आरोप है कि राज उपाध्याय ने शादी समारोह में शामिल लोगों को जातिसूचक शब्द कहे और भद्दी-भद्दी गालियां दी। वह डीजे बंद करने के लिए धमकी देने लगा। जब इस बात का प्रतिरोध किया और सार्वजनिक कुएं पर चढ़ने लगी इस बात से खिन्न होकर राज उपाध्याय अनीता को मारने लगे और उसका ब्लाउज भी फाड़ दिया।
सौजन्य :सबरंग इंडिया
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