मेरठ में दलित परिवार ने गांव छोड़ा, पुलिस पर लगाए गंभीर आरोप
मेरठ। मेरठ से सटे सरधना में थाना सरूरपुर क्षेत्र के गांव डाहर में हत्या के मामले में पुलिस पर गंभीर आरोप लगाते हुए अपने घर पर पलायन के पोस्टर चस्पा कर दलित परिवार के 40 सदस्यों ने गांव छोड़ दिया।
मेरठ से सटे सरधना में थाना सरूरपुर क्षेत्र के गांव डाहर में दो माह पूर्व हुई गौरव की हत्या के मामले में आरोपियों द्वारा पीड़ित परिवार पर समझौते का दबाव बनाया जा रहा है। इस मामले में पुलिस पर कार्रवाई नहीं करने आरोप लगाते हुए गुरुवार को दलित समाज के पांच परिवार घरों पर ताला लगाकर गांव छोड़कर चले गए। पुलिस ने उन्हें रोकने की काफी कोशिश की, लेकिन पीड़ित परिवार दबंगों के डर से मकान बिकाऊ के पोस्टर चस्पा कर चले गए।
गांव डाहर निवासी अनुसूचित जाति के युवक गौरव पुत्र राकेश का घर के सामने रहने वाली कश्यप समाज की युवती से प्रेम प्रसंग चल रहा था। आरोप है कि युवती ने त्रिकोणीय प्रेम प्रसंग के चलते गौरव की गत 10 मार्च को बहसूमा थाना क्षेत्र के गांव मोड़ खुर्द के जंगल में हत्या करवा दी थी।
पुलिस ने युवती व उसके दूसरे प्रेमी मोहकम व दोस्त भानू को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था। जबकि गांव के ही भाजपा के स्थानीय नेता के खिलाफ भी पुलिस ने एससी एक्ट में मामला दर्ज किया था, जो अभी तक फरार है।
पीड़ित परिवार का आरोप है कि हत्या आरोपियों के अन्य परिजनों द्वारा समझौते का दबाव बनाकर धमकी दी जा रही है। पुलिस से शिकायत के बावजूद कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है।
सौजन्य :रॉयल बुलेटिन
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