आप’ का सामूहिक उपवास कार्यक्रम आज: सीएम केजरीवाल की गिरफ्तारी के खिलाफ AAP का हल्लाबोल, जंतर-मंतर पर जुटेंगे समर्थक
Arvind Kejriwal News: दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी के विरोध में आज 7 अप्रैल को जंतर मंतर समेत देश के कई अन्य राज्यों की राजधानी में आप के नेता और कार्यकर्ता विरोध सामूहिक उपवास करेंगे।
AAP Fast Protest Live: दिल्ली शराब नीति में कथित मनी लॉन्ड्रिंग मामले में सीएम अरविंद केजरीवाल तिहाड़ जेल में बंद हैं। सीएम की गिरफ्तारी के विरोध में आज 7 अप्रैल को आप आदमी पार्टी के नेता और कार्यकर्ताओं ने सामूहिक उपवास का ऐलान किया है। आप का यह आयोजन जंतर-मंतर पर 11 बजे से शुरु होगा। केजरीवाल की गिरफ्तारी के विरोध में देश ही नहीं बल्कि विदेश में भी रह रहे आप के समर्थकों से भी पार्टी ने अपील की है कि वह उनका समर्थन करें।
दिल्ली के अलावा इन राज्यों में होगा सामूहिक उपवास
आप के सामूहिक उपवास की जानकारी के बारे में आप मंत्री गोपाल राय ने बताया कि दिल्ली, हरियाणा, पंजाब, हिमाचल, उत्तर प्रदेश, तमिलनाडु, पश्चिम बंगाल, उड़ीसा, आंध्र प्रदेश समेत देश के 25 राज्यों की राजधानी, जिला और ब्लॉक मुख्यालय, गांवों और कस्बों में भी लोग सामूहिक उपवास करेंगे।
विदेश में समर्थक रखेंगे उपवास
भारत के अलावा यूएस के न्यूयार्क, बॉस्टन, लॉस एंजिल्स, वॉशिंगटन डीसी, कनाडा में टोरंटो, ऑस्ट्रेलिया में मेलबर्न, यूके में लंदन समेत अन्य जगहों पर भी आप के समर्थक सामूहिक उपवास रखेंगे। आम आदमी पार्टी ने अपील की कि देश-दुनिया में जहां भी केजरीवाल के समर्थन में सामूहिक उपवास कर रहें हैं। वहां से अपने नाम और स्थान की जानकारी के साथ उपवास की तस्वीरें आप इस व्हाट्सएप पर +91-7290037700 पर जरूर साझा करें।
नेताओं के अलावा वकील भी होंगे शामिल
आप नेता के मुताबिक दिल्ली के जंतर-मंतर पर सुबह 10 बजे से उपवास कार्यक्रम शुरू होगा। इसमें पार्टी के सभी मंत्री, विधायक, सांसद और पार्षद शामिल होंगे। इसके साथ तमाम विभिन्न क्षेत्रों में कार्य करने वाले सिविल सोसायटी के लोगों के साथ वकील, न्यायिक, अध्यापन आदि क्षेत्रों में काम करने वाले कई प्रमुख लोग जंतर मंतर पर सामूहिक उपवास में शामिल होने के लिए आ रहे हैं।
सौजन्य :हरिभूमि
नोट: यह समाचार मूल रूप सेharibhoomi.com में प्रकाशित हुआ है|और इसका उपयोग पूरी तरह से गैर-लाभकारी/गैर-व्यावसायिक उद्देश्यों के लिए विशेष रूप से मानव अधिकार के लिए किया गया था।