खाकी पर उठे सवाल, दलित महिला ने पुलिस पर लगाए गंभीर आरोप
केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी के संसदीय क्षेत्र अमेठी में दलित महिला ने यूपी पुलिस पर लगाये गंभीर आरोप। दलित महिला का आरोप है कि दरोगा (विवेक सिंह इंस्पेक्टर) और कुछ पुलिस कर्मियों ने आधी रात उसके घर में नशे की हालत में घुस कर महिला और उसकी बेटी के संग अश्लील हरकत करने का प्रयास किए।विरोध करने पर महिला का मोबाइल भी पुलिस वाले छीन लिए। इस दौरान इंस्पेक्टर की कथित टोपी) उसके घर में छूट गई।महिला वह टोपी लेकर पुलिस अधीक्षक के पास न्याय के लिए पहुंच गई।पुलिस अधीक्षक अमेठी अनूप सिंह ने महिला की शिकायत पर पूरे मामले की जांच सी ओ गौरीगंज को सौंपी है।
पीड़िता ने क्या कहा?
अमेठी जिले के जामो थाना क्षेत्र के ग्राम रामनगर मजरे घाटमपुर की रहने वाली दलित महिला आशा सरोज पत्नी रामानन्द ने पुलिस अधीक्षक अमेठी को शिकायती पत्र देकर आरोप लगाया है कि 04 मार्च की रात्रि करीब 11:00 बजे महिला घर पर सोई हुई थी. उसके पति निमंत्रण गये हुए थे। पीड़िता के पडोसी दीपू सिंह सुत कल्लू सिंह के घर में 10 बजे रात्रि को गोश्त (मीठ) बनाया गया था। वहीं पर दरोगा (इंस्पेक्टर) विवेक सिंह, सिपाही नवनीत सिंह व अन्य पुलिस वाले गोश्त (मीठ) खाये और शराब पिये थे। तथा रात्रि करीब 11 बजे उसके घर में कोई भी आदमी न होने के कारण घर में घुस गये। उसका ब्लाउज फाड दिए और अश्लीले हरकते किये।
उसने बताया की मेरी इज्जत लूटने की कोशिश की मेरी इज्जत लूटने का भरसक प्रयास किया। जब मै चिल्लाई तो मेरी पुत्री रीता उठी और मुझे बचाने की कोशिश की सिपाही व अन्य लोग मुझे मारे और मेरी पुत्री का मोबाइल छीन ले गये। तेज आवाज सुनकर आस पड़ोस के लोगो के आने पर मेरी व मेरी पुत्री की जान बच सकी तथा हडबडी मे दरोगा अपनी टोपी भूल गया। जो मेरे पास मौजूद है। मेरी पुत्री का मोबाइल दरोगा व सिपाही मार पीटकर छीन ले गये।पीड़िता ने आगे बताया कि मुझे न्याय नही मिला तो मैं जान दे दूंगी।
पीड़िता की बेटी ने क्या कहा?
वहीं इस पूरे मामले मे पीडिता की बेटी ने बताया कि मेरे घर मे जमीन को लेकर झगड़ा हुआ था कल रात मे दरोगा (थानाध्यक्ष) विवेक सिंह और वनीत सिंह और पुलिस के साथ मेरे घर मे जबरन घुसकर मेरी मम्मी की ब्लावज फाड दिये और मारे पीटे मुझे न्याय नही मिला तो हम सब अपनी जान दे देगे। वही इस मामले मे गांव की ही एक महिला ने बताया कि रात को गुहार हुई तो हम सब पहुंचे तो देखा पुलिस मार रही थी जब गांव वाले.पहुंचे तो सब लोग गये.
पुलिस अधीक्षक ने क्या कहा?
वही इस मामले पर पुलिस अधीक्षक अनूप सिंह ने बताया कि जनसुनवाई के समय एक महिला पेश हुई थी जिसका आरोप था कि कुछ पुलिसकर्मियों के द्वारा उसके साथ बदतमीजी की गई थी जिससे संबंधित सी ओ को जांच दे दी गई है जांच के बाद जो भी पुलिसकर्मी दोषी पाया जाएगा उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
सौजन्य : Hindi khabar
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