UP के रामपुर जिले में बाबा साहेब अंबेडकर की होर्डिंग को लेकर झड़प, 1 युवक की मौत- SDM सस्पेंड
मंगलवार (27 फरवरी) की शाम को उत्तरप्रदेश के रामपुर जिले में बाबा साहब भीमराव आंबेडकर की होर्डिंग लगाने को लेकर पुलिस और वहां के स्थानीय लोगों में झड़प हो गई जिसके चलते गोली चलने से एक दलित युवक की मौत हो गई वहीं दो लोग घायल हो गए.
रामपुर पुलिस ने बुधवार को यह जानकारी दी. पुलिस ने कहा कि हत्या के मामले में 23 लोगों के खिलाफ मर्डर के आरोप में एफआईआर दर्ज की गई है, जिसमें चार पुलिस कर्मचारियों और एक होमगार्ड भी शामिल हैं, लेकिन अभी तक किसी को गिरफ्तार नहीं किया गया है. मृतक की पहचान सोमेश के नाम से हुई है जो कि दसवीं कक्षा का छात्र था. सोमेश के परिवार ने दावा किया कि सोमेश, जिस स्थान पर खड़ा था वहां पुलिस की गोलीबारी के बीच गोली लगने से उसकी मृत्यु हो गई.
वहीं पुलिस सोमेश के परिवार के इन आरोपों को नकार रही है. वहीं रामपुर के जिलाधिकारी जोगिन्द्र सिंह ने मामले को लेकर मजिस्ट्रेटिक जांच का आदेश दिया है. जानकारों के अनुसार, जो दो अन्य लोग घायल हुए उन व्यक्तियों की हालात अब ठीक है, जिनका नाम रहीसपाल और रमन है, दोनों दलित परिवार से थे.
भीम आर्मी के चंद्रशेखर ने की मृतक के परिजनों से मुलाकात
चंद्रशेखर ने सोमेश के परिवार से मुलाकात की और इस घटना को लेकर सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी सरकार पर निशाना साधा.इसके अलावा उन्होंने पीड़ित परिवार को 50 लाख रुपये का मुआवजा और परिवार के एक सदस्य को नौकरी देने की मांग की. चंद्रशेखर ने कहा कि सोमेश ने ये बता दिया कि अगर भीमराव आंबेडकर के संविधान को हटाने की कोशिश की गई तो लाखों सोमेश पैदा होंगे जो अपनी जान दे देंगे लेकिन संविधान पर कोई आंच नहीं आने देंगे.
ये घटना तब हुई जब जिला प्रशासन और पुलिस की एक टीम सोमवार को सिलाई बधा गांव पहुंची थी, जहां पर बोर्ड को हटाने के लिए, जिसमें खिलाड़ी प्लाट को ‘अंबेडकर पार्क’ के रूप में घोषित किया गया था. बोर्ड में अंबेडकर की छवि भी थी, जो लगभग दो महीने पहले प्लॉट को समतल करने के बाद सेट की गई थी. बोर्ड स्थापित होने के बाद, कुछ गांववाले, जो कुर्मी समुदाय (ओबीसी) से संबंधित थे, उस पर तुरंत आपत्ति जताई और जिला प्रशासन को भी शिकायत दर्ज की.
सौजन्य : India
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