घर लौट रही 17 वर्षीय किशोरी से 5 युवकों ने किया गैंगरेप, मदद की लगाती रही गुहार लेकिन डीजे के शोर में दब गईं चीखें
सामाजिक कार्यक्रम में शामिल होने गई थी पीडि़ता, रात में वारदात को अंजाम देने के बाद किशोरी को छोडक़र भाग निकले थे आरोपी, पुलिस ने पांचों आरोपियों को गिरफ्तार कर भेजा जेल दिया |
जशपुरनगर. Gangrape: जशपुर जिले में 25 जनवरी की रात 17 वर्षीय किशोरी से गैंगरेप का सनसनीखेज मामला सामने आया है। सामाजिक कार्यक्रम में शामिल होकर घर लौट रही किशोरी का पीछा कर 5 युवकों ने उसे दबोच लिया। फिर उसे उठाकर पास के ही खेत में ले गए और बारी-बारी से उसके साथ बलात्कार किया। आरोपियों के चंगुल से छूटने आवाज लगा रही पीडि़ता की चीखें कार्यक्रम में बज रहे डीजे के शोर में दब गईं। सुबह पीडि़ता की रिपोर्ट पर पुलिस ने पांचों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने उन्हें जेल भेज दिया है।
घटना के संबंध में पुलिस सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक जशपुर जिले के एक गांव की 17 वर्षीय किशोरी 25 जनवरी की रात पंचायत भवन के पास आयोजित डीजे पार्टी में शामिल होने गई थी। रात को वह डीजे में डांस कर वापस घर लौट रही थी। उसे अकेले लौटते देख गांव के ही 5 युवक उसका पीछा करने लगे और सूनसान स्थान पर उसे पकड़ लिया।
बताया जा रहा है कि किशोरी ने शोर मचाने की कोशिश की, लेकिन कुछ दूर पर तेज आवाज में बज रहे डीजे के कारण उसकी चीखें दब गईं। इस दौरान आरोपी उसे उठाकर दूर खेत में ले गए और गैंगरेप की वारदात को अंजाम दिया। इसके बाद आरोपी पीडि़ता को मौके पर ही छोडक़र भाग निकले।
सुबह दर्ज हुई रिपोर्ट, सभी 5 आरोपी गिरफ्तार
घटना की जानकारी पीडि़ता ने घर आकर अपने परिजनों को दी। वह सुबह परिजनों के साथ थाने पहुंची और घटना की रिपोर्ट दर्ज कराई गई। जशपुर एसएसपी डी. रविशंकर ने तत्काल आरोपियों को गिरफ्तार करने के निर्देश दिए।
इस पर थाना प्रभारी अंबरीश शर्मा के नेतृत्व में पुलिस गांव में पहुंची और अलग-अलग स्थानों पर छापा मारकर सभी 5 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया।
पुलिस ने आरोपियों को धारा 341, 363, 366, 366 क, 376 व 4, 6 पॉक्सो एक्ट के तहत जेल भेज दिया। पुलिस ने बताया कि आरोपी और पीडि़ता एक ही गांव के हैं। आरोपी भी डीजे पार्टी में शामिल हुए थे।
सौजन्य: पत्रिका
नोट: यह समाचार मूल रूप सेpatrika.com में प्रकाशित हुआ है |और इसका उपयोग पूरी तरह से गैर-लाभकारी/गैर-व्यावसायिक उद्देश्यों के लिए विशेष रूप से मानव अधिकार के लिए किया गया था।