दलित छात्र यौन शोषण के मामले पर मैं लड़ाई लड़ती रहूंगी और मैं सामने वाले को बंदा बना दूंगी: गीता भुक्कल

पूर्व शिक्षा मंत्री गीता भुक्कल और मौजूदा उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला के बीच सदन पटल पर हुई तीखी नोक झोक को लेकर चर्चा करते वक्त गीता भुक्कल ने कहा कि दलित बेटियों से हुए यौन शोषण के मामले पर मैं लड़ाई लडती रहूंगी|
चंडीगढ़(चंद्र शेखर धरणी): पूर्व शिक्षा मंत्री गीता भुक्कल और मौजूदा उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला के बीच सदन पटल पर हुई तीखी नोक झोक को लेकर चर्चा करते वक्त गीता भुक्कल ने कहा कि बेटियों से हुए यौन शोषण के मामले पर मैं लड़ाई लड़ती रहूंगी और मैं सामने वाले को बंदा बना दूंगी। क्योंकि मेरी आत्मा बेहद दुखी है और मेरी अंतरात्मा ने कहा था कि विधानसभा में यह मुद्दा उठाना है। उन्होंने कहा कि आज स्थितियां ऐसी बन चुकी है कि लोकसभा राज्यसभा और विधानसभा में विपक्ष को बोलने तक नहीं दिया जा रहा। मुझे केवल एक दलित विधायक मत समझे हम लड़ाई लड़ते रहे हैं और लड़ते रहेंगे।
दुर्भाग्यपूर्ण है कि बच्चियों के योन शोषण मामले में देश की महामहिम को पत्र लिखना पड़ा
पीड़िता डरी सहमी है उनके परिवार पलायन करने को मजबूर हैं :भुक्कल
उन्होंने बताया कि हरियाणा की शिक्षण संस्थानों में आज बेहद असुरक्षित वातावरण बना हुआ है। उपमुख्यमंत्री की विधानसभा उचाना में सीनियर सेकेंडरी स्कूल की बच्चियों को हुए यौन शोषण के संबंध में देश की महामहिम राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री और प्रदेश के मुख्यमंत्री, शिक्षा मंत्री हरियाणा वीमेन कमीशन और मानवाधिकार को एक पत्र लिखना पड़ा कि बच्चियों के साथ प्रिंसिपल द्वारा योजना शोषण किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि यह मामला काफी समय से चल रहा है और सरकारी स्कूलों में अधिकतर गरीब परिवार के बच्चे पढ़ने के कारण यह बच्चियों अधिकतर दलित परिवारों से थी। जींद थाना में मामला पोसको एक्ट का बनता था, लेकिन 45 दिन में भी एफआईआर दर्ज नहीं होने के चलते पीड़िता डरी सहमी है उनके परिवार पलायन करने को मजबूर हैं। बावजूद इसके इस प्रदेश में बच्चियों को इंसाफ नहीं मिल रहा था।
कभी किसी गलत व्यक्ति को न तो मै मदद कर सकती हूं और ना ही करूंगी
गीता भुक्कल ने बताया कि जीरो आवर में जब मैंने मुद्दा उठाया उस पर चर्चा की बजाय उप मुख्यमंत्री ने झूठे आरोप मुझ पर ही लगाने शुरू कर दिए, क्योंकि वह कभी इस स्कूलों में नहीं गए और न ही पीड़ितों या पीड़ित परिवारों से इन्होंने कोई बात नहीं है। 2005 और 2011 में इस मामले को लेकर हुई झज्जर मेरे घर पर पंचायत के भी झूठे आरोप लगाए गए। मैंने विधानसभा अध्यक्ष ज्ञानचंद गुप्ता, सदन के नेता मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर को लिखित में स्टेटमेंट दी है, नेता प्रतिपक्ष भूपेंद्र सिंह हुड्डा को मैंने बताया क्योंकि प्रदेश भर में यह अपराध बच्चियों के प्रति बढ़ते जा रहे हैं, गुहला चिका , जींद, रेवाड़ी और गुड़गांव की यूनिवर्सिटी में शोषण के मामले सामने आए जबकि मुझ पर झूठ आरोप मण्डते हुए कहा गया कि 2005 में इस प्रिंसिपल ने ऐसा गलत काम किया, जबकि यह शिक्षक 2008 में सेवा में आया है। 2011 में मेरा घर झज्जर में नहीं था। इन्होंने वहां पंचायत होने की बात कही यानी मुद्दे पर चर्चा की बजाय मुद्दे से ध्यान हटाने का लगातार प्रयास होता रहा। मैं कभी किसी गलत व्यक्ति को न तो मदद कर सकती हूं और ना ही करूंगी।
मैं टारगेट पर इसलिए रही क्योंकि मैंने यह मुद्दा उठाया था
उन्होंने कहा कि विधानसभा अध्यक्ष की चेयर का मै आदर करती हूं। लेकिन विधानसभा अध्यक्ष ज्ञानचंद गुप्ता का व्यवहार बेहद दुर्भाग्यपूर्ण रहा। ना मोशन मूव हुआ ना मोशन पर चर्चा हुई और ना ही मोशन पास हुआ। हरियाणा आज असुरक्षित श्रेणी में है। जांच कहीं से भी हो, लेकिन सच्चाइ सामने आनी चाहिए। उन्होंने कहा कि आज बेटियों को लेकर मैं बेहद चिंतित हूं भुक्कल ने कहा कि मैं उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला के टारगेट पर इसलिए रही क्योंकि मैंने यह मुद्दा उठाया था।
सौजन्य : पंजाब केसरी
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