दलित बस्ती कांडी प्रखंड क्षेत्र के ढबरिया हरिजन टोला होने के कारण गांव को अच्छी सड़क से नहीं जोड़ा जा रहा : जिप सदस्य
दलित बस्ती कांडी प्रखंड क्षेत्र के ढबरिया हरिजन टोला होने के कारण गांव को अच्छी सड़क से नहीं जोड़ा जा रहा : जिप सदस्य
मात्र दलित बस्ती होने के कारण एक गांव को अच्छी सड़क से नहीं जोड़ा जा रहा है। यह कहना है उस गांव की निवासी जिला परिषद सदस्य का। कांडी प्रखंड क्षेत्र के ढबरिया हरिजन टोला दशकों से एक अच्छी सड़क की बाट जोह रहा है। यहां के लोग वर्षों से अपनी बस्ती को प्रखंड मुख्यालय से अच्छी सड़क के द्वारा जोड़े जाने की मांग करते रहे हैं। वर्ष 2022 के पंचायती आम चुनाव में इसी गांव की निवासी सुषमा कुमारी पति दिनेश कुमार ने क्षेत्र संख्या चार कांडी उत्तरी से जिला परिषद सदस्य चुनी गई हैं।
तभी से उन्होंने सूबे के मुख्यमंत्री, ग्रामीण विकास मंत्री, पेयजल एवं स्वच्छता मंत्री, पलामू सांसद, विश्रामपुर क्षेत्र के स्थानीय विधायक, गढ़वा जिला के उपायुक्त, डीडीसी, अध्यक्ष जिला परिषद एवं कांडी के बीडीओ से कई बार ढबरिया दक्षिणी हरिजन टोला से प्रखंड मुख्यालय कांडी तक बेहद जर्जर एवं बदहाल सड़क की जगह पीसीसी सड़क निर्माण की मांग की है। बावजूद इसके किसी ने कभी इस ओर देखना मुनासिब नहीं समझा। इस बस्ती के लोगों को इस जर्जर एवं बदहाल सड़क से होकर प्रखंड मुख्यालय आना-जाना पड़ता है।
सबसे बड़ी विडंबना है कि इस बस्ती तक वाहनों का पहुंचना कठिन है। जिसका नतीजा होता है कि बरसात के दिनों में यदि कोई मरीज गंभीर रूप से बीमार पड़ जाए और उस वक्त बारिश भी हो रही हो तो उसके परिजन दर्द से तड़पते मरीज के मौत की दुआ मांगते हैं। सामान्य स्थिति में मरीज को चारपाई पर लिटा कर कंधे पर टांग कर करीब दो किलोमीटर दूर मेन रोड तक जाना पड़ता है। अन्यथा पांच किमी घूमकर जाना पड़ेगा। एक बार फिर से जिला परिषद सदस्य सुषमा कुमारी ने सड़क निर्माण की मांग की है।
इस संबंध में जिप सदस्य सुषमा कुमारी, प्रतिनिधि दिनेश कुमार, पिंकू सिंह, दीपक कुमार, गौरव कुमार, कौशल कुमार, प्रिंस कुमार, अजय राम, दिलीप राम, लाखों देवी, फूलमती देवी, आशा देवी, शारदा देवी, ललिता देवी, फुलेश्वरी कुंवर, सुशीला देवी, विक्रमा राम, मुनीराम सहित कई लोगों ने भेदभाव से दूर हटकर इस दलित बस्ती को पीसीसी पथ से जोड़ने की गुहार लगाई है।
सौजन्य : दैनिक भास्कर
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