नाबालिक बेटी को इंसाफ दिलाने के लिए दर-दर की ठोकरें खा रही विधवा, ठेकेदार ने नौकरी दिलाने के नाम पर किया था दुष्कर्म
कुरुक्षेत्र : जिले के शाहबाद उपमण्डल में एक विधवा अपनी नाबालिक दलित बेटी के इन्साफ के लिए दर-दर की ठोकरें खा रही है। दरअसल शाहाबाद थाने में 9 अक्टूबर को एक मामला आया था। जिसमें दो नाबालिक लड़कियों ने त्योडी गांव के एक शख्स पर यौन शोषण के आरोप लगाए थे। पुलिस ने इसमें एक लड़की के बयान तो दर्ज कर लिए लेकिन दूसरी लड़की के बयान दर्ज नहीं हो पाए और ना ही उसका मेडिकल हो पाया। हैरानी की बात है कि 9 तारीख की इस शिकायत के बाद 13 अक्टूबर को देर रात मीडिया में हलचल होने के बाद ही पीड़िता दलित युवती का मेडिकल करवाने की प्रक्रिया शुरू हुई। हरियाणा पुलिस की कारगुजारी कि इससे बढ़कर तस्वीर कोई नहीं हो सकती।
मिली जानकारी के अनुसार आरोपी ने नाबालिक दलित को नौकरी दिलाने के बहाने उनके साथ दुष्कर्म किया था। जिसके बाद क्षेत्र में सनसनी फैल गई थी। आरोप है कि तयोड़ी गांव के ठेकेदार ने फ्रूटी में नशीला पदार्थ देकर लड़कियों के साथ दुष्कर्म किया। शिकायत के बाद पुलिस ने मामला तो दर्ज कर लिया लेकिन उसके बद लगातार समझौते का दबाव बनाया जा रहा है। एक पीड़िता का मेडिकल तक नहीं करवाया यानि कार्यवाही के नाम पर नतीजा शून्य रहा। इसके बाद फरियादी इन्साफ के लिए दर-दर की ठोकरे खा रहे हैं।
पीड़िता ने आपबीती सुनाते हुए कहा कि उसे तयोड़ी गांव के सरपंच के पति ने उसे अपने ऑफिस में नौकरी के बहाने बुलाया तथा फ्रूटी में नशीला पदार्थ देकर उसके साथ दुष्कर्म किया। शाहबाद चौकी/थाने में जाने पर भी उसके मामले में ठोस कार्रवाई नहीं हुई, बल्कि उल्टा समझौते का दबाव बनाया जा रहा है। पीड़िता की मां ने कहा कि जब पुलिस ने कार्रवाई नहीं की तो वह गृहमंत्री अनिल विज के दरबार में पहुंची है।आशा है कि कुछ ना कुछ कार्रवाई होगी। जांच अधिकारी उप निरीक्षक रमणदीप कौर ने बताया कि 9 अक्टूबर को शिकायत मिली थी, जिसके बाद प्राथमिकी की दर्ज की गई थी। आज दूसरी विक्टिम के बयान पर मेडिकल कराया जा रहा है। इतने दिन मेडिकल में विलंब क्यों हुआ व आरोपी अब तक गिरफ्तार क्यों नही हुआ के बारे में उनके पास कोई जवाब नहीं था।
सौजन्य : Punjab kesari
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