महोबा में दलित रसोइयां को अपमान करने का मामलाकानूनी कार्रवाई न होने पर बसपा में आक्रोश, बीएसपी के प्रतिनिधि मंडल ने एसपी को दिया प्रार्थना पत्र
महोबा के सरकारी विद्यालय में प्रधानाध्यापिका द्वारा दलित रसोईया के साथ छुआछूत और भेदभाव से आहत पीड़िता 15 दिनों से न्याय पाने के लिए अधिकारियों के चक्कर लगाने को मजबूर है। जिसको लेकर बसपा के प्रतिनिधि मंडल ने पीड़िता के साथ एसपी से मुलाकात की। आरोपी प्रधानाध्यापिका पर राजीनामा न करने पर धमकाने, जाति सूचक शब्दों से अपमानित करने पर कार्रवाई की मांग की है।
मामला कुलपहाड़ थाना अंतर्गत आने वाले कटवरिया प्राथमिक विद्यालय का है। जहां विधवा दलित महिला गीता अहिरवार बीते कई सालों से सरकारी स्कूल में मिड डे मील में बच्चों का खाना बनाती चली आ रही है। बीते कुछ समय से इस स्कूल की प्रधानाध्यापिका नीलू गुप्ता द्वारा दलित रसोईया को सरेआम बच्चों के सामने अभद्रता कर अपमानित किया गया। यहीं नहीं आरोप है कि बच्चों से दलित रसोईया के हाथ का बना खाना ना खाने की बात कहकर उसे अपमानित करना तो कभी दलित रसोईया को जाति सूचक शब्दों से बच्चों के सामने अपमानित करना। इस प्रधानाध्यापिका की आम बात हो गई।
आरोपी प्रधानाचार्य को निलंबित कर दिया गया
दलित रसोईया तहसील दिवस से लेकर अधिकारियों को आपबीती सुनाई मगर कोई कार्रवाई नहीं की गई। जबकि पूर्व में डीएम मृदुल चौधरी ने इस मामले में गंभीरता दिखाते हुए बीएसए को कार्रवाई के निर्देश दिए थे। जिस पर आरोपी प्रधानाचार्य को निलंबित कर दिया। मगर उस पर कोई क़ानूनी कार्रवाई नहीं की गई।
प्रधानाचार्य के पति विष्णु गुप्ता ने भी राजीनामा के लिए धमकाया
पीड़िता कानूनी कार्रवाई के लिए अभी भी अधिकारियों के चक्कर लगा रही है। पीड़िता का आरोप है कि मामले में डीएम से शिकायत करने के बाद प्रधानाचार्य के पति विष्णु गुप्ता ने भी राजीनामा के लिए धमकाया। तहरीर देने के 15 दिन बाद भी महोबा पुलिस हाथ पर हाथ रखकर बैठी हुई है।
15 दिन बाद भी दलित विधवा पीड़िता को न्याय नहीं मिला
पीड़िता को बहुजन समाज पार्टी का साथ मिला और आज बहुजन समाज पार्टी के जिला अध्यक्ष राजेश सिद्धार्थ सहित बसपा प्रतिनिधिमंडल ने पीड़ित महिला गीता के साथ एसपी से मामले में कार्रवाई को लेकर मुलाकात की। बहुजन समाज पार्टी के राजेश सिद्धार्थ ने बताया की 15 दिन दलित प्रकरण के बीत गए हैं और अब तक दलित विधवा पीड़िता को न्याय नहीं मिला।
पुलिस ने जल्द कानूनी कार्रवाई नहीं की तो बीएसपी प्रदर्शन करेगी
उन्होंने कहा कि शिक्षा के मंदिर में जातिवाद और सामंतवादी सोच के चलते दलित महिला को अपमानित होना पड़ा। यदि इस मामले में पुलिस ने जल्द कानूनी कार्रवाई नहीं की तो बीएसपी प्रदर्शन करेगी। वहीं बीएसपी के नेता जगदीश जाटव ने कहा कि दलितों के ऊपर अत्याचार बढ़ते जा रहे है। दलित रसोईया को सरेआम अपमानित और धमाकने के मामले में कार्रवाई न होना पुलिस की कार्य शैली पर भी सवाल खड़े करता है।
सौजन्य : दैनिक भास्कर
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