इलाज का बिल नहीं भरने पर शव देने से किया इंकार तो निजी अस्पताल के गेट पर धरना, पुलिस ने संभाला मोर्चा
इंदौर में दलित व्यक्ति की मौत पर निजी अस्पताल में परिजनों ने जमकर हंगामा किया. अस्पताल के गेट पर लोगों ने धरना देकर नारेबाजी की. परिजनों ने अस्पताल प्रबंधन पर गंभीर आरोप लगाए हैं.
इंदौर। हीरानगर थाना क्षेत्र में मेडी प्लस हॉस्पिटल में दलित व्यक्ति की मौत के बाद उसका शव परिजनों को नहीं सौंपने का आरोप लगाकर लोगों ने हंगामा किया. मृतक के परिजनों से अस्पताल प्रबंधन बिल चुकाने की बात कर रहा था. इसकी जानकारी जब दलित समाज के नेताओं को लगी तो वे अस्पताल पहुंच गए. आक्रोशित लोगों ने जमकर नारेबाजी करते हुए पुलिस से शिकायत की है. बताया जाता है कि ग्राम हरसोला में रहने वाले मजदूर देवकरण बागड़ी को सांप ने काट लिया था. उसे इलाज के लिए मेडि पल्स हॉस्पिटल में भर्ती किया गया.
इलाज के दौरान मौत : करीब 7 दिन चले इलाज के बाद देवकरण की मौत हो गई. इस दौरान 80 हजार रुपये अस्पताल प्रबंधन को जमा किए गए. लेकिन 80 हजार रुपए हॉस्पिटल प्रबंधन और मांग रहा था. जब मजदूर के परिवार ने इन रुपयो की व्यवस्था नहीं होने की बात की तो प्रबंधन ने शव को सौंपने से मना कर दिया. इसके बाद मृतक के परिजनों ने इंदौर में दलित नेता मनोज परमार सहित अन्य लोगों को जानकारी दी. इसके बाद बड़ी संख्या में लोग अस्पताल पर पहुंच गए.
परिजन भड़क गए : जब अस्पताल प्रबंधन ने दलित नेताओं से कहा कि बिल चुकाने के बाद ही शव मिलेगा तो लोग भड़क गए. इसके बाद आक्रोशित समाजजनों ने अस्पताल प्रबंधन के गेट पर ही धरना प्रदर्शन कर दिया और जमकर हंगामा किया. मामले की जानकारी हीरानगर पुलिस को लगी तो वह मौके पर पहुंची. पुलिस ने मामले में जांच के बाद कार्रवाई करने की बात कही. पुलिस का कहना है कि मामले की जांच के लिए अस्पताल के पूरे बिल देखेंगे. इसके बाद जो उचित होगा, कार्रवाई करेंगे.
सौजन्य : Nedrick news
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