सबको सांप सूंघ गया! दलित विधवा की होती रही पिटाई, किसी राहगीर ने बचाने की जहमत नहीं उठाई
एक दलित महिला की बीच सड़क पर बेरहमी से पिटाई का मामला सामने आया है। पिटाई के दौरान महिला बेसूध सड़क पर पड़ी रही, इस दौरान लोग आते जाते रहे, लेकिन किसी ने भी महिला को बचाने की जहमत नहीं उठाई। इस पूरे मामले का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल है। वीडियो के वायरल होने के बाद सोशल मीडिया यूजर्स ने आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की है। मामला महाराष्ट्र के सतारा जिले का है।
दलित विधवा की बेरहमी से पिटाई के मामले में ‘वंचित बहुजन अघाड़ी’ के अध्यक्ष प्रकाश अंबेडकर ने गुरुवार को पीड़िता और उसके परिवार के लिए न्याय की मांग की। उधर, पुलिस के मुताबिक, घटना 26 अगस्त को सतारा के मान तालुका के पनवन गांव में हुई। वीडियो में चार लोगों को एक महिला को पीटते हुए दिखाया गया है।
कहा जा रहा है कि मामला 2000 रुपये का है। महिला ने मवेशियों के चारे के लिए एक शख्स को 2000 रुपये उधार दिए थे। जब उसने पैसे मांगे तो आरोपी ने अन्य साथियों के साथ मिलकर महिला की पिटाई कर दी। एक पुलिस अधिकारी के मुताबिक, मुख्य आरोपी की पहचान देवदास नाराले के रूप में हुई है।
अंबेडकर ने अपने एक्स पोस्ट में लिखा कि वीडियो इतना परेशान करने वाला है कि मैं अत्याचार को बयां करने के लिए शब्द नहीं खोज रहा हूं। ये बिल्कुल क्रूर और अमानवीय है। उन्होंने अपने पोस्ट में पूछा कि क्या दलितों पर हत्याचार रुका, नहीं रुका? उसका अपराध था कि उसने अपना पैसा वापस मांगा था
पीड़िता के बेटे ने दर्ज कराया मामला
पुलिस के मुताबिक, दलित महिला के बेटे ने मामले को लेकर शिकायत दर्ज कराई है। शिकायत के बाद घटना में शामिल तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है। पुलिस ने नाराले और पिंटू उर्फ शांताराम नाराले को रविवार को, जबकि संतोष शिंदे और जनप्पा शिंदे को सोमवार शाम को गिरफ्तार किया।
सौजन्य : News24 online
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