IPS विजय कुमार यूपी पुलिस के नए मुखिया:कार्यवाहक DGP का पद संभाला: बोले-यातायात से जुड़ी समस्याओं का समाधान करेंगे
यूपी के नए कार्यवाहक DGP IPS विजय कुमार ने पुलिस हेड क्वार्टर पहुंचकर बुधवार को कार्यभार संभाला। कार्यवाहक DGP रहे आरके विश्वकर्मा ने कार्यभार विजय कुमार को सौंपा। इसके बाद नए कार्यवाहक DGP विजय कुमार ने प्रेस कॉन्फ्रेंस भी की।
उन्होंने कहा, ”यूपी की कानून व्यवस्था को पहले की तरह बनाए रखना हमारी प्राथमिकता है। यूपी में कोई सांप्रदायिक दंगा नहीं हुआ है। अराजकता पर जीरो टॉलरेंस नीति पर काम किया जाएगा। यातायात से जुड़ी समस्याओं के समाधान, महिला सशक्तिकरण और पुलिस महकमे के आधुनिकीकरण पर जोर दिया जाएगा।”
यह लगातार तीसरी बार है जब प्रदेश को कार्यवाहक DGP मिला है। 1988 बैच के विजय कुमार वर्तमान में DG विजिलेंस, DG सीबीसीआईडी के पद पर हैं। इन दोनों पदों के साथ ही वह DGP का कार्यभार भी संभालेंगे। विजय कुमार जनवरी, 2024 में रिटायर होंगे। चर्चा है कि इसके बाद परमानेंट DGP के नाम पर विचार होगा।
वहीं, कार्यवाहक DGP आरके विश्वकर्मा का कार्यकाल आज पूरा हो गया। मई, 2022 में DGP मुकुल गोयल को हटाया गया था। इसके बाद यूपी को दो कार्यवाहक DGP मिले। लखनऊ में तिलक मार्ग पर DGP आवास अभी भी खाली पड़ा है। जहां पिछले एक साल से साफ-सफाई और रंग-रोगन हो रहा है। लेकिन परमानेंट DGP तैनात नहीं होने की वजह से खाली है।
जालौन की कोंच तहसील के गांव सतोह के रहने वाले विजय कुमार 1988 बैच के IPS हैं। वह दलित समाज से आते हैं। विजय कुमार के पिता राम प्रसाद भी यूपी पुलिस में सेवा दे चुके हैं। वह कानपुर में इंस्पेक्टर के पद पर तैनात थे। पिता की कानपुर पोस्टिंग होने के कारण विजय कुमार अपने पिता के साथ कानपुर में ही रहने लगे थे।
हालांकि उनकी प्राइमरी शिक्षा अपने पैतृक गांव में ही हुई। उसके बाद उन्होंने अपनी पढ़ाई कानपुर के PPN कॉलेज से की। IPS विजय कुमार चार भाई हैं। बड़े भाई का नाम अजीत सिंह है। वह इनकम टैक्स विभाग में तैनात थे। वह वहीं से रिटायर हुए हैं। दूसरे नंबर के खुद विजय कुमार हैं। तीसरे भाई हेमंत कुमार उत्तर प्रदेश पुलिस में इंस्पेक्टर हैं। चौथे नंबर के भाई बबलू झांसी में रहते हैं। IPS विजय कुमार का परिवार अभी लखनऊ में ही रहता है।
विजय कुमार को जिम्मेदारी सौंपे जाने की वजह
यूपी में DGP की रेस में शामिल रहे टॉप-5 में दो IPS साइड लाइन हैं। जबकि तीसरे 5 महीने से प्रतीक्षारत हैं। नियमानुसार, यानी सीनियारिटी के मुताबिक DGP रेस में सबसे ऊपर आने वाले 1987 बैच के IPS मुकुल गोयल हैं। लेकिन DGP पद से हटाए जाने के चलते वह रेस से पहले ही बाहर हो चुके थे। वह 11 मई 2022 से DG नागरिक सुरक्षा के पद पर कार्यरत हैं। ऐसे में IPS विजय कुमार की मजबूत दावेदारी रही।
1988 बैच के IPS आनंद कुमार के नाम पर जहां पिछली बार DG बनने की मुहर लगने ही वाली थी कि अचानक उन्हें 31 मार्च 2023 को DG जेल के पद से ही हटा कर DG सहकारिता प्रकोष्ठ भेज दिया गया। दूसरे नंबर पर आनंद का नाम रहा है। ऐसे में दो सीनियारिटी में तीसरे नंबर पर विजय कुमार का नाम रहा है।
IPS विजय कुमार और आनंद के नाम पर सहमति न बनती तो 1989 बैच के IPS सफी एहसान रिजवी का नाम तीसरे नंबर पर आता, लेकिन वह आजकल IB में नियुक्त हैं। वहीं, केंद्रीय प्रतिनियुक्ति से लौटे 1989 बैच के IPS आशीष गुप्ता दो दिसंबर 2022 से ही प्रतीक्षारत हैं। जबकि चर्चा थी कि इन्हें किसी महत्वपूर्ण पद देने के लिए वापस बुलाया गया है।
डीएस चौहान 11 महीने रहे कार्यवाहक DGP
उत्तर प्रदेश के आखिरी स्थायी DGP मुकुल गोयल को 30 जून 2021 को जिम्मा सौंपा था। शासन ने 11 मई 2022 को मुकुल गोयल को पद से हटा दिया। इसके बाद 12 मई 2022 को देवेंद्र सिंह चौहान को कार्यवाहक डीजीपी का जिम्मा सौंपा। डीएस चौहान 11 महीने इस पद पर रहे हैं। वह 31 मार्च 2023 को रिटायर हो गए।
2 महीने कार्यवाहक DGP रहे डॉ. आरके विश्वकर्मा
31 मार्च 2023 को डीएस चौहान के रिटायर होने के बार डॉ. आरके विश्वकर्मा को कार्यवाहक DGP बनाया गया। वह दो महीने ही पद पर रहे। 31 मई 2023 को उनका कार्यकाल खत्म हुआ। पुलिस महानिदेशक के पद के लिए आरके विश्वकर्मा के चयन के पीछे बड़ी वजह उनकी कार्यशैली और ईमानदार छवि है। वह 15 फरवरी 2020 से DG इंटेलीजेंस के पद पर कार्यरत थे। आरके विश्वकर्मा जौनपुर के रहने वाले हैं।
3 लाख पुलिस फोर्स के पास एक साल से नहीं है परमानेंट DGP
यूपी के पास दुनिया की सबसे बड़ी पुलिस फोर्स है। इसमें 3 लाख से अधिक कर्मी हैं। लेकिन, पिछले एक साल से कार्यवाहक DGP के नेतृत्व में काम हो रहा है। इसको लेकर कई बार विपक्ष ने भी यूपी सरकार पर निशाना साधा है।
स्पेशल DGP की नियुक्ति पर भी विचार, प्रशांत कुमार रेस में
सरकार स्पेशल DGP की नियुक्ति पर भी विचार कर रही है। स्पेशल DGP के लिए DG प्रशांत कुमार मजबूत दावेदार हैं। प्रशांत कुमार 1990 बैच के ऑफिसर हैं। वर्तमान में बतौर ADG लॉ एंड ऑर्डर पोस्टेड हैं। प्रशांत मूलरूप से बिहार से हैं। मिड दिसंबर, 2022 से यूपी के सभी पुलिस कमिश्नर IPS प्रशांत कुमार को रिपोर्ट करते हैं। यह आदेश DGP डीएस चौहान ने जारी किया था। वह CM योगी के काफी भरोसेमंद अधिकारी माने जाते हैं।
प्रशांत कुमार को वीरता के लिए 3 बार पुलिस पदक से नवाजा जा चुका है। साल 2020-2021 में इन्हें मेंगैलेंट्री अवॉर्ड मिला था। इन्हें राष्ट्रपति से वीरता का पुलिस पदक भी मिल चुका है। वेस्ट यूपी में बदमाशों को काबू करने के लिए सरकार ने प्रशांत कुमार को ADG बनाया है। एक रिपोर्ट के मुताबिक, प्रशांत कुमार अब तक 300 से ज्यादा एनकाउंटर कर चुके है।
DG विशेष जांच समेत तीन IPS भी होंगे रिटायर
DG विशेष जांच चंद्र प्रकाश भी बुधवार को रिटायर हो रहे हैं। आईजी EOW राम लाल वर्मा और SP विजिलेंस मानिक चंद्र सरोज का भी कार्यकाल पूरा हो रहा है। इसके साथ ही 1990 बैच के IPS सतीश कुमार माथुर और सुभाष चंद्रा DG बनेंगे।
सौजन्य : Dainik bhaskar
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