सपा नेता पर महिला डॉक्टर से छेड़छाड़ व दलित उत्पीड़न का दर्ज कराया मुकदमा, जांच में जुटी पुलिस
हरदोई के संडीला में समाजवादी पार्टी के एक नेता की मुश्किलें बढ़ने वाली हैं। दरअसल सपा के नेता पर सीएचसी अधीक्षक द्वारा महिला डॉक्टर के साथ छेड़खानी, अभद्रता, जानमाल के नुकसान पहुंचाने व दलित जातिसूचक शब्दों का प्रयोग करने व सरकारी कार्य में बाधा डालने का आरोप लगाया गया है। सीएचसी अधीक्षक द्वारा लिखित शिकायत पत्र बेनीगंज थाने में आरोपी समाजवादी पार्टी के नेता पर अभियोग पंजीकृत कराया है। पूरे मामले की जांच सीओ हरियावा शिल्पा कुमारी को सौंपी गई है। जल्द ही हर बिंदुओं पर जांच पूरी कर आगे की कार्यवाही की जाएगी। ऐसा माना जा रहा है कि जल्द ही समाजवादी पार्टी के नेता पर गिरफ्तारी की तलवार भी लटक सकती है।
क्या है मामला
सीएचसी कोथावा के अधीक्षक डॉ विपुल वर्मा ने सपा नेता के खिलाफ बेनीगंज कोतवाली में तहरीर दी है जिसमें बताया गया है कि सपा नेता ने महिला डॉक्टर से छेड़छाड़, दलित उत्पीड़न, स्टाफ के साथ अभद्रता और जान से मारने की धमकी देने का आरोप लगाते हुए मुकदमा दर्ज कराया है। सीएससी अधीक्षक डॉ विपुल वर्मा ने तहरीर में लिखा कि कोथावां कस्बा निवासी विनय पांडे पुत्र रामजीवन पांडे सीएचसी पर आए दिन डॉक्टरों पर अपने निजी मेडिकल व अस्पताल पर बाजार से दवा लिखने का दबाव बनाते हैं। मना करने पर सीएचसी पर तैनात डॉक्टर चंद्रकांत के साथ जाति सूचक शब्द का प्रयोग करते हैं साथ ही उन्हें हटवाने तक की धमकी भी देते हैं।
सीएचसी अधीक्षक ने बताया कि 10 मई को महिला डॉक्टर नेहा मित्तल टीकाकरण पर्यवेक्षण करने के लिए पुरानी पीएसपी जा रही थी कि तभी विनय ने अपनी दुकान के आगे रोककर गाली गलौज की और हाथ पकड़कर खींचा महिला डॉक्टर वहां से किसी तरह बच कर निकल आई। इस बारे में जब विनय से फोन पर बात की गई तो उसने रेप व मर्डर के मामले में फंसाने की धमकी दी और बाहरी दवाई लिखने का दबाव बनाया।सीएचसी अधीक्षक ने बताया कि विनय अपने आपको संडीला का एक बड़ा नेता बताता है।उसका कहना है कि वह 2022 में संडीला से समाजवादी पार्टी के टिकट की दावेदारी भी कर चुका है।
क्या बोले जिम्मेदार
बेनीगंज थाना प्रभारी सुनील दत्त कौल ने बताया कि सीएससी अधीक्षक डॉ विपुल वर्मा की तहरीर पर मामला दर्ज कर जांच की जा रही है। जल्द ही आरोपी को गिरफ्तार कर जेल भेजने की कार्यवाही की जाएगी।जो अभियोग पंजीकृत किया गया है उसमें दलित एक्ट भी शामिल है जिसमें सीओ हरियावा जांच करेंगी।जाँच उपरांत जो भी तथ्य सामने आएंगे उसके आधार पर आगे की कार्यवाही की जाएगी
25 मई को उसके गांव के ही तीन युवकों ने उसे धमकी दी कि अगर युवती की शादी नहीं रोकी गई तो उसके घर से डोली की जगह अर्थी उठेगी। इसके बाद आरोपित पुत्री के होने वाले पति के घर पहुंच गए। जहां उन्होंने युवक को पुत्री के आपत्तिजनक फोटो दिखाए। इतना ही नहीं धमकी दी कि अगर युवक ने युवती से विवाह करने से मना नहीं किया तो उसके पूरे परिवार को मौत के घाट उतार दिया जाएगा।
इसी दिन युवक ने पीड़ित को फोन कॉल की और आरोपितों के बारे में जानकारी देते हुए शादी करने से इनकार कर दिया। थाना गढ़मुक्तेश्वर प्रभारी निरीक्षक सोमवीर सिंह ने बताया कि मामले की जांच कर आरोपितों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
सौजन्य : News track
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