रेप और गर्भपात मामले को दबाने के लिए हुई थी रकम की पेशकश, स्वास्थ्य मंत्री ने उठाया बड़ा कदम
गोसाईंगंज के एसएचओ दीपक पांडे ने बताया कि उमर ने लड़की के साथ जबरदस्ती कर चुप रहने की धमकी दी थी. धमकी से डरी सहमी लड़की ने परिजनों से घटना का जिक्र नहीं किया.
आरोप है कि गर्भवती हो जाने के बाद पीड़िता का गर्भपात भी कराया गया. रविवार को परिवार की तरीफ से शिकायत दर्ज कराने के बाद मामले का खुलासा हुआ. परिजनों का कहना है कि समझौता करने के लिए पैसे की भी पेशकश की गई. पुलिस ने आरोपी की पहचान 40 वर्षीय मोहम्मद उमर के रूप में की है. इलाके में दुकान चलाने वाले मोहम्मद उमर ने अकेले स्कूल जाते समय 14 वर्षीय लड़की को एक दिन पकड़ लिया.
रेप के बाद दलित नाबालिग का कराया गर्भपात
गोसाईंगंज के एसएचओ दीपक पांडे ने बताया कि उमर ने लड़की के साथ जबरदस्ती कर चुप रहने की धमकी दी थी. धमकी से डरी सहमी लड़की ने परिजनों से घटना का जिक्र नहीं किया. आरोपी की हिम्मत पहले से ज्यादा बढ़ गई. स्कूल जाते समय आरोपी लड़की को सुनसन जगह ले जाकर रेप करने लगा. इस दौरान पीड़िता गर्भवती हो गई. लड़की ने आरोपी से घटना की शिकायत की. आरोपी ने लड़की को एक डॉक्टर के पास ले जाकर गर्भपात करा दिया. गर्भपात के कारण लड़की को खून की कमी हो गई. खून की कमी होने से माता-पिता चिंतित हो गए.
मामला रफा-दफा करने के लिए की पेशकश
लड़की को डॉक्टर के पास ले जाने पर मामले का खुलासा हुआ. बताया जाता है कि आरोपी पक्ष ने मामले को रफा-दफा करने के लिए पीड़ित परिवार को 4-5 लाख रुपये रकम की पेशकश की. बाद में पुलिस को सूचना देकर मामला दर्ज कराया गया. इस बीच, घटना का संज्ञान लेते हुए उपमुख्यमंत्री और स्वास्थ्य मंत्री ब्रजेश पाठक ने मुख्य चिकित्सा अधिकारी को अस्पताल सील करने का निर्देश दिया है. सूत्रों के मुताबिक निजी डॉक्टर की अस्पताल में लड़की का गर्भपात कराया गया था. ब्रजेश पाठक ने कहा कि शुरुआती जांच में पता चला है कि बिना लाइसेंस और रजिस्ट्रेशन के अवैध तरीके से अस्पताल चल रहा है. उन्होंने संबंधित अधिकारी से प्रशासन के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करने को कहा.
सौजन्य : Abp live
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