राजगढ़ में घर में घुसकर दलित से सामूहिक दुष्कर्म, परिजनों से मारपीट, अब तक सात गिरफ्तार
जमीन हथियाने के लिए दबंगों द्वारा दरिंदगी की इंतेहा कर दी गई। आठ लोगो ने एक दलित युवती के साथ सामूहिक रूप से दुष्कर्म किया और उसके ममेरे भाई व परिजनों के साथ बेरहमी से मारपीट की।
मध्य्प्रदेश के राजगढ़ जिले से चौंकाने वाला मामला सामने आया है। पांच लोगों ने दलित युवती से सामूहिक दुष्कर्म किया है। तीन बाहर खड़े रहे। सभी ने युवती के परिजनों से मारपीट भी की है। हालांकि पुलिस ने मामले में सात लोगों को गिरफ्तार कर लिया है। एक आरोपी फरार है। घटनाक्रम के पीछे विवाद जमीन पर कब्जे का सामने आ रहा है।
जानकारी के मुताबिक मामला जिले के करनवास थाना क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले नापलियाखेड़ी का है। यहां जमीन हथियाने के लिए दबंगों द्वारा दरिंदगी की इंतेहा कर दी गई। पांच लोगो ने एक दलित युवती के साथ सामूहिक रूप से दुष्कर्म किया और उसके ममेरे भाई व परिजनों के साथ बेरहमी से मारपीट की। पीड़िता व उसके परिजनों का जिला अस्पताल में उपचार किया जा रहा है।
बारी-बारी से किया दुष्कर्म
पीड़िता ने पुलिस को बताया कि चार मई की शाम को वह व उसका ममेरा भाई सहित माता-पिता घर पर ही थे तभी दबंगों ने दरवाजा खटखटाया और सीधा अंदर घुस आए, और पीड़िता के पिता को क्रेशर मशीन के बेल्ट से पीटने लगे और उन्हें बचाने के लिए आई मां व ममेरे भाई के साथ भी बेरहमी से मारपीट की गई और बेहोश होने तक उनके साथ मारपीट करते रहे। पांच लोग बलपूर्वक मेरे कमरे में घुसे और उन्होंने बारी-बारी से मेरे साथ दुष्कर्म किया।
बाद में तीन को और बनाया आरोपी
करनवास थाना प्रभारी अजय यादव ने बताया कि उक्त मामले में घटना के ततकाल बाद ही 5 आरोपियों के विरुद्ध घर मे घुसकर मारपीट करने व छेड़छाड़ के आरोप में धारा 147,149,456,354,294,323,506 व 427 IPC के तहत प्रकरण दर्ज किया गया था और आरोपी अरविंद, मेहरबान ,दीपक और बनवारी को गिरफ्तार कर लिया गया था और एक आरोपी फरार हो गया था। पीड़िता का शुक्रवार रात में मेडिकल कराया गया और शनिवार को कोर्ट में बयान करवाए गए। पीड़िता के बयान के आधार पर उक्त प्रकरण में धारा 376-D IPC का इजाफा किया गया और तीन लोगों को और आरोपी बनाया गया, जिसमें नागेंद्र, राकेश और रामेश्वर का नाम शामिल है और उन्हें भी गिरफ्तार कर लिया गया है। उक्त मामले में कुल सात आरोपियो को गिरफ्तार किया जा चुका है। एक आरोपी अभी फरार है जिसकी तलाश की जा रही है।
जमीन हथियाने का विवाद
पुलिस को पीड़ित परिवार ने बताया कि कुछ वर्ष पहले लगभग चार बीघा जमीन सरकारी पट्टे पर मिली थी। इससे पहले गांव के दबंगों का उक्त ज़मीन पर कब्ज़ा था, लेकिन वे इसे किसी न किसी तरह से हथियाना चाहते थे और कई बार धमकियां भी दी गईं। इसमें दो माह पहले ही अरविंद गुर्जर नामक व्यक्ति की करनवास थाने में शिकायत की गई, जिस पर एससी-एसटी एक्ट सहित अन्य धाराओ में प्रकरण दर्ज किया गया था। मामले में राजीनामा करने के लिए पीड़ितों पर दबाव बनाया गया और दोबारा से धमकियां दी गईं।
सौजन्य : Amar ujala
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