20 दिन बाद भी नहीं दर्ज हुआ केस:रेप पीड़िता SSP कार्यालय पहुंची; साइबर कैफे संचालक पर दुष्कर्म का आरोप
मेरठ में रेप के 19 दिन बाद भी पुलिस ने दुष्कर्म का मुकदमा दर्ज नहीं किया। पुलिस की लापरवाही की वजह से पीड़िता और उसके परिवार को न्याय के लिए भटकना पड़ रहा हैं। थाना पुलिस की शिकायत के बाद एसएसपी रोहित सिंह सजवाण ने सीओ सदर देहात को जांच के बाद मुकदमा दर्ज करने के आदेश दिए हैं।
इंचौली थाना क्षेत्र के एक गांव निवासी नाबालिग लड़री 12वीं की छात्रा है। वे गांव में स्थित जनसेवा केंद्र में कंप्यूटर सीखने जाती थी। कोचिंग क्लास में गांव का ही 38 वर्षीय गौरव कश्यप भी आता है। आरोप है कि 31 मार्च को गौरव ने कोल्डड्रिंक में नशीला पदार्थ मिलाकर छात्रा को पीला दिया। छात्रा बेहोश हो गई। इसके बाद गौरव और उसके साथी सरधना क्षेत्र के कपसाड़ गांव में रहने वाले आशीष, सागर दीपांशु, सूरज, हिमांशु ने छात्रा के साथ रेप किया।
घटना के बाद छात्रा बदहवास हालत में अपने घर पहुंची और आपबीती परिवार को सुनाई। वे शिकायत लेकर गौरव के साइबर कैफे पर पहुंचे। लेकिन उन्होंने अभद्रता करते हुए छात्रा के परिवार को भगा दिया। इसके बाद पीड़ित परिवार थाने पहुंचा। लेकिन वहां से भी मदद नहीं की गई। बुधवार को छात्रा ने एसएसपी कार्यालय में शिकायत पत्र दिया है।
दो माह पहले दलित युवती ने खाया था जहर
छात्रा के परिवार ने बताया कि गौरव कश्यप कोचिंग में आने वाली युवतियों को अपने झांसे में लेता है। इसके बाद युवतियों का यौन शोषण किया जाता है। गौरव ने दलित समुदाय की एक युवती को भी अपने झांसे में फंसा लिया था। जिस वजह से युवती ने जहर खाकर जान दे दी। लेकिन पुलिस से साठगांठ होने की वजह से कार्रवाई नहीं की गई।
सौजन्य : Dainik bhaskar
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