जदयू ने भीम संवाद कार्यक्रम का किया आयोजन
किशनगंज । अनुमंडल स्तरीय भीम संवाद कार्यक्रम का आयोजन सामुदायिक भवन सुभाष पल्ली में पूर्व मंत्री सह जदयू जिलाध्यक्ष नौशाद आलम की अध्यक्षता में शुक्रवार को सम्पन्न हुआ।
कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में विधायक कौशल किशोर, जदयू प्रदेश उपाध्यक्ष मुजाहिद आलम, पूर्व विधायक अजय पासवान, पूर्व विधायक श्याम बिहारी राम, जदयू प्रमंडलीय प्रभारी, पूर्व विधान पार्षद भूमि पाल राय उपस्थित रहे। कार्यक्रम में अनुसूचित जाति प्रकोष्ठ जिलाध्यक्ष बलराम दास, पूर्व जिलाध्यक्ष प्रो बुलंद अख्तर हाशमी, फिरोज अंजुम, दानिश एकबाल, हरिहर पासवान, नारायण मांझी, नथुनी श्रषिदेव, अति पिछड़ा प्रकोष्ठ जिलाध्यक्ष नूर मोहम्मद, किसान प्रकोष्ठ जिलाध्यक्ष मसूद आलम, चिकित्सा प्रकोष्ठ जिलाध्यक्ष डा भारत भूषण, कोषाध्यक्ष नवाब रब्बानी, महिला प्रकोष्ठ जिलाध्यक्ष श्रीमती जानकी सिन्हा, रेश्मी राय, फातमा बेगम, ठाकुरगंज प्रखंड अध्यक्ष नजरूल हक, टेढ़ागाछ प्रखंड अध्यक्ष शाहिद आलम, पोठिया प्रखंड अध्यक्ष जलाल कादरी, मुखिया नवेद आलम उर्फ राकी, पूर्व मुखिया सलमान, शकील अहमद सिक्का, नौशाद अली सहित सैकड़ों दलित, महादलित महिला एवं पुरुष शामिल हुए।
आने वाले 13 अप्रैल को अम्बेडकर जयंती की पूर्व संध्या पर डा भीमराव अम्बेडकर की मूर्ती एवं तैलीय चित्र के समक्ष दीप प्रज्वलित कर सभों को डा भीमराव अम्बेडकर के संविधान की हर क़ीमत पर रक्षा करने का संकल्प लिया जाएगा।
डा भीमराव अम्बेडकर की जयंती पर 14 अप्रैल को पूरे बिहार में जदयू पार्टी द्वारा भीम चौपाल का आयोजन किया जायेगा। कोचाधामन के लोकप्रिय पूर्व विधायक सह जदयू प्रदेश उपा ध्यक्ष मुजाहिद आलम ने अपने संबोधन में कहा कि आज देश में डा भीमराव अम्बेडकर द्वारा बनाए गए संविधान पर खतरा उत्पन्न हो गया है।
केन्द्र की भाजपा सरकार लगातार दलित, महादलित एवं पिछड़े वर्गों को संविधान द्वारा प्रदत्त आरक्षण को खत्म करने की साजिश रच रही है। बिहार के लो क प्रिय मुख्यमंत्री नीतीश कुमार लगातार समाज के दलित, महादलित एवं पिछड़े वर्गों को आरक्षण प्रदान किया जा रहा है। नीतीश कुमार ने सबसे पहले पंचायत चुनाव में 2001 में आरक्षण एवं 2006 में नगर निकाय में आरक्षण देने का काम किया।चिनारी के पूर्व विधायक श्याम बिहारी राम ने कहा कि कुछ ताकतें समाज के कमजोर वर्गों को डा भीमराव अम्बेडकर द्वारा प्रदत्त आरक्षण को समाप्त कर मनुवादी व्यवस्था लागू करने की साजिश कर रहे हैं।
जदयू जिलाध्यक्ष नौशाद आलम ने कहा कि बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बिहार में अपने संसाधनों से जातिगत जनगणना करने का एतिहासिक फैसला लिया है। जबकि बिहार से सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल ने देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से मिलकर जातिगत जनगणना कराने का आग्रह किया था। परन्तु केन्द्र सरकार ने अनसुनी कर दिया। वि धायक अजय पासवान ने कहा कि संविधान निर्माता डॉ भीमराव अम्बेडकर ने मनुवादी ताकतों के साजिश के कारण बौद्ध धर्म अपनाने का काम किया। विधायक कौशल किशोर ने विस्तृत रूप से मुख्यमंत्री नीतीश कुमार द्वारा अनुसूचित जाति के लिए चलाए जा रहे योजनाओं पर विस्तृत चर्चा किया।
सौजन्य : Hindusthan samachar
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