दरोगा पर छेड़खानी का आरोप लगाने वाली महिला दहशत में
औरैया के दिबियापुर थाने की प्लास्टिक सिटी चौकी पर खाना बनाने वाली दलित महिला ने जब चौकी इंचार्ज पर छेड़खानी का आरोप लगाया तो पुलिस ने उसके पति को ही अवैध शराब बेचने का आरोपी बना दिया। आरोप लगाने वाली दलित महिला के परिवार को ही फंसाने की योजना की कहानी में अब पुलिस खुद ही उलझती नजर आ रही है।
दैनिक भास्कर टीम जब दलित महिला के गांव पहुंची तो पीड़िता के एक कमरे के टूटे फूटे छप्पर लगे घर मे कोई नहीं था। दो बच्चे निकले और बताया की पुलिस लगातार आ रही है। इसलिए मम्मी पापा घर पर नहीं हैं। आस पड़ोस के लोग भी कुछ बोलने को तैयार नही हैं। गांव के लोग बस इतना बोले कि पति कंचौसी चौकी पर साल भर से अधिक से खाना बना रहा था और पत्नी एक महीने से ही प्लास्टिक सिटी चौकी पर खाना बनाने गई थी। शराब बेचने के सवाल पर गांव वाले बोले यह तो पता नहीं हां अगर ऐसा करता हो तो पुलिस से क्या छुपा रहा होगा।
यह है पूरा मामला
प्लास्टिक चौकी इंचार्ज यशवीर तोमर पर चौकी पर खाना बनाने वाली एक दलित महिला ने छेड़खानी का आरोप लगाया। पुलिस ने 17 मार्च को मुकदमा लिखा और इसकी किसी को जानकारी नहीं होने दी। सोमवार को जब यह मुकदमा की कॉपी वायरल हुई तो जिले हड़कंप मचा। एसपी ने चौकी इंचार्ज को प्लास्टिक सिटी से हटाकर फफूंद थाने में कर दिया। मुकदमे में महिला के पति ने बताया था कि वह कंचौसी चौकी पर खाना बनाता था इस बीच प्लास्टिक सिटी के चौकी इंचार्ज यशवीर आये और खाना बनाने को कहा। जिस पर उसने असमर्थता जताई और पत्नी को खाना बनाने के लिए भेज दिया। एक दिन पत्नी ने बताया कि यशवीर ने उसके साथ छेड़खानी की जिस पर उसने शिकायत की तो यशवीर ने पांच मार्च को उसे घर से पकड़ लाये और अवैध शराब बेचने का आरोप लगाया। इसके बाद चौकी से ही मुचलके पर छोड़ दिया। मुकदमा दर्ज होने के बाद एसपी चारु निगम ने बताया कि प्रथम दृष्टया मामला संदिग्ध है। महिला के पति पर शराब बेचने की कार्रवाई हुई तो महिला ने आरोप लगाया फिर भी मामले की जांच की जा रही है।
अपनी कहानी में उलझी पुलिस
पुलिस ने पांच मार्च को महिला के पति के साथ जो कार्रवाई की उसका जिक्र डेली क्राइम रिपोर्ट में नही दिया। इस मुकदमे में चौकी इंचार्ज की कहानी किसी को गले नही उतर रही। महिला और उसका पति पुलिस चौकी पर खाना बनाता था तो उसे सब जानते थे। अब पुलिस की कहानी में लिखा है कि वह मुखबिर की सूचना पर गए और मुखबिर ने इशारा करके बताया तो उसे पकड़ा फिर आरोपी ने नाम बताया। तलाशी में 16 क्वाटर निकलें। यह कहानी किसे के गले नही उतर रही है।लोगों का कहना है कि जब वह पुलिस चौकी पर काम करता था तो शराब बेचने की बात सबको पता होगी और यह कार्रवाई महिला के आरोप लगाने के बाद ही क्यों की गई। इस संबंध में मामले की विवेचना कर रहे सीओ प्रदीप कुमार ने बताया कि अभी गांव के लोगों के बयान दर्ज किए हैं और महिला व उसके पति के बयान दर्ज हो रहे हैं। जांच के बाद ही मामला स्पष्ट होगा।
सौजन्य : Dainik bhaskar
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