अंबेडकर जिंदा होते तो उन्हें गोली मार देता- दलित नेता
राजनीति जो न करवाए। जी हां, सत्ता की लालच आज के राजनेताओं को इतना गिरा दे रही है कि वो उल-जलूल कोई भी बयान देने को तैयार रहते हैं ताकि किसी ‘खास’ की नजर में हीरो बन सके। दरअसल तेलंगाना में दलित समाज से ताल्लुक रखने वाले और खुद को दलितों का नेता कहने वाले हमारा प्रसाद नाम के व्यक्ति ने एक वीडियो जारी कर कहा है कि अगर डॉ. आंबेडकर आज जिंदा होते तो वह उन्हें उसी तरह से गोली मार देता, जैसे गोडसे ने गांधी को मारा था।
यह बयान देने वाला हजारा प्रसाद खुद को राष्ट्रीय दलित सेना का संस्थापक कहता है। डॉ. आंबेडकर की किताब ‘रीड्ल्स इन हिंदुइज्म’ को दिखाते हुए उसका कहना है कि डॉ. आंबेडकर ने हिन्दुओं की भावनाओं को आहत किया है। इस वीडियो के सामने आने के बाद बवाल मचा है। तेलंगाना में बहुजन समाज पार्टी के नेता और पूर्व आपीएस अधिकारी डॉ. आर.एस. प्रवीण कुमार ने इस वीडियो को साझा करते हुए ओरोपी हमारा प्रसाद को गिरफ्तार करने और कठोर कार्रवाई करने की मांग की। इसके बाद हैदराबाद की पुलिस ने हमारा प्रसाद के खिलाफ आईपीसी की धारा 153ए और 505 (2) के तहत मामला दर्जकर उसे गिरफ्तार कर लिया है।
दरअसल इन दिनों कुछ दलित नेताओं में सत्ताधारी भारतीय जनता पार्टी से निकटता करने की होड़ मची है। वह खुद को हिन्दुवादी साबित कर भाजपा से कोई राजनैतिक पद हासिल करने की जुगाड़ में लगे रहते हैं। इसके लिए सबसे आसान तरीका अंबेडकर की आलोचना और हिन्दू धर्म की तारीफ का है। हमारा प्रसाद की कोशिश भी कुछ ऐसी ही दिखती है। बता दें कि इन दिनों रामदास अठावले नाम के नेता भी संसद के भीतर लगातार मोदी की शान में कविताएं पढ़ते हुए दिखते हैं। अठावले जब भी बोलने के लिए खड़े होते हैं, उनका एकमात्र लक्ष्य भाजपा और उससे भी ज्यादा प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की तारीफ करना होता है। ऐसा कर वह अक्सर खुद ही मजाक बन जाते हैं, लेकिन अठावले रुकते नहीं।
सौजन्य : Dalit dastak
नोट : यह समाचार मूलरूप से dalitdastak.com में प्रकाशित हुआ है| मानवाधिकारों के प्रति सवेदनशीलता व जागरूकता के उद्देश्य से प्रकाशिकिया है !