सपा समर्थकों ने लगातार 2 दिन पीटा, इलाज के दौरान मौत, अगले महीने होनी है बेटी की शादी
झांसी में मनमुताबिक वोट न देने के शक में दंबगों ने दलित व्यक्ति की पीटकर हत्या कर दी। पहले 8 मार्च काे पीटा और फिर थाने में रिपोर्ट करने गया तो 9 मार्च को दोबारा मारा। वह मेडिकल कॉलेज में भर्ती थे, शुक्रवार को उसकी मौत हो गई। पत्नी की तहरीर पर बड़ागांव थाना पुलिस ने पिता-पुत्र समेत 4 लोगों के खिलाफ गैर इरादतन हत्या का केस दर्ज किया है। शाम होने के कारण पोस्टमार्टम नहीं हो पाया। अब शनिवार को मृतक का पोस्टमार्टम होगा।
बुलाकर पूछा कि किसको वोट दिया, नहीं बताया तो पीटा
झांसी के टांकोरी गांव निवासी भगवत अहिरवार (42) पुत्र रामेशवर अहिरवार मजदूरी करता था। उसकी पत्नी उर्मिला ने बताया कि 8 मार्च की शाम को पति भगवत भूसा ले आ रहे थे। रास्ते में गांव के अवधेश यादव और उसके बेटे अभिषेक यादव ने भगवत अहिरवार को बुलाया। पूछने लगे कि वोट किसको दिया है। तब भगवत ने उनको कहा कि अपनी मर्जी से वोट दिया है। इस पर दोनों विफर गए और भगवत के साथ मारपीट की थी। आरोप है कि पिता-पुत्र सपा समर्थक है और सपा को वोट डलवाना चाहते थे।
पुलिस पर कार्रवाई न करने का आरोप
भगवत की पत्नी उर्मिला व साली राखी का आरोप है कि मारपीट के बाद थाने में शिकायत दी थी। लेकिन पुलिस ने कार्रवाई नहीं की। 9 मार्च को आरोपी और उनके साथियों ने फिर से मारपीट की। इससे सिर में चोट आई। प्राथमिक उपचार के बाद भगवत घर पर था। 10 मार्च को हालत बिगड़ने पर उसे मेडिकल कॉलेज में भर्ती करवाया गया था। जहां शुक्रवार को उसकी मौत हो गई।
परिजन घर ले गए थे शव
मौत के बाद परिजन शव को घर पर ले गए थे। बाद में उन्हें मारपीट केस में पोस्टमार्टम कराने की जानकारी लगी तो वे शव लेकर वापस मेडिकल पहुंचे। इसके बाद शिकायत देने बड़ागांव थाने गए। शाम होने के कारण शुक्रवार को पोस्टमार्टम नहीं हो पाया।
अगले माह होनी है बेटी की शादी
भगवत की दो बेटियां और एक बेटा है। बड़ी बेटी नैंनसी की शादी हो चुकी है। जबकि छोटी बेटी निकिता की अगले माह शादी होनी है। पिता शादी की तैयारी करने में जुटे थे। निमंत्रण कार्ड भी छपकर घर आ चुके हैं। पिता की घर में कमाने और करने वाले थे। उनकी मौत के बाद घर में कोहराम मच गया। उनका 15 साल का एक बेटा लोकेंद्र है।
तहरीर में वोट के विवाद की बात नहीं- थानाध्यक्ष
बड़ागांव थानाध्यक्ष परमिंदर ने बताया कि उर्मिला की तहरीर पर अवधेश, उसके बेटे अभिषेक, आजाद व रंजीत यादव के खिलाफ गैर इरादतन हत्या, आपराधिक षड़यंत्र व एससीएसटी एक्ट के तहत केस दर्ज किया गया। अवधेश और भगवत के खेत आसपास हैं। 6 मार्च को दोनों शराब पी रहे थे। वहां अवधेश का बेटा अभिषेक पहुंच गया। वहां विवाद हुआ था। 10 मार्च को भगवत के सीने में दर्द हुआ। जिसके बाद उसे मेडिकल ले जाया गया, जहां मौत हो गई। मौत किस कारण से हुई है, इसकी पुष्टि शनिवार को पोस्टमार्टम में होगी। पत्नी द्वारा दी गई तहरीर में वोट के विवाद की बात नहीं है।
सौजन्य : Dainik bhaskar
नोट : यह समाचार मूलरूप से bhaskar.com में प्रकाशित हुआ है. मानवाधिकारों के प्रति संवेदनशीलता व जागरूकता के उद्देश्य से प्रकाशित किया गया है !