दलित छात्रा से गैंगरेप की घटना से पेटरवार में बवाल, बोकारो रामगढ़ मुख्यपथ किया जाम
बोकारो जिले के पेटरवार थाना क्षेत्र में बुधवार की शाम को एक नाबालिग दलित किशोरी के साथ सामूहिक दुष्कर्म की घटना घटी है। दुष्कर्म के मामले की खबर मिलते ही पेटरवार में सनसनी फैल गई। इस घटना से आक्रोशित हजारों ग्रामीणों ने पेटरवार में सभी दिशाओं की सड़कों को जाम कर दिया। सात घंटे सड़क जाम के जब यातायात ठप हो गयी और सभी दिशाओं में कई कई किलोमीटर तक सड़क में वाहनों की लंबी कतार लग गई। स्थिति को नियंत्रित करने के लिए पुलिस ने उग्र भीड़ पर लाठी चार्ज किया। इसके साथ ही आंसू गैस के गोले भी दागे। इसी क्रम में भीड़ ने पुलिस पर जमकर पथराव भी किया। जिसमें कई पुलिसकर्मी चोटिल भी हुए है जिसके बाद दोपहर करीब तीन बजे के बाद उक्त हाईवे से आवागमन चालू हुआ। उक्त घटना के बाद बोकारो पुलिस अधीक्षक चंदन झा ने बताया कि युवती के साथ दुष्कर्म की घटना घटी है जिसके लिए मेडिकल बोर्ड जांच कर रही है। उन्होने कहा घटना की आड़ में जिन्होंने उपद्रव किया है उसे किसी भी कीमत में छोड़ा नहीं जाएगा। हालांकि पुलिस ने इस मामले में दो आरोपी लड़को को गिरफ्तार की है।
क्या है मामला : घटना के संबंध में बताया जाता है कि बुधवार को पेटरवार की इंटरमीडिएट की छात्रा घर से स्कूल के लिए निकली थी। देर शाम स्कूल से घर नहीं लौटने पर परिजनों ने पेटरवार थाने को लापता होने की सूचना दी। रात करीब आठ बजे जब एक बाइक पर सवार दो युवक उस छात्रा को बीच में बैठाकर बेहोशी की हालत में उसे घर पहुंचाने जा रहा था। तो कुछ ग्रामीण युवाओं ने बाइक सवार दोनों युवकों और छात्रा को देख लिया। शक होने पर बाइक सवार को रोककर पूछताछ की। इसी क्रम में दोनों युवक भागने लगे। ग्रामीणों ने दोनों को खदेड़कर पकड़ लिया और पेटरवार पुलिस को मामले की सूचना दी। सूचना मिलते ही पेटवार पुलिस घटनास्थल पर पहुंचकर दोनों युवकों को हिरासत में ली। वहीं बेहोशी की हालत छात्रा को स्थानीय अस्पताल में प्राथमिक इलाज के बाद बोकारो सदर अस्पताल रेफर कर दिया गया। इस दौरान स्थानीय सांसद चंद्रप्रकाश चौधरी और गोमिया विधायक डॉ लंबोदर महतो देर रात पीड़िता का हालचाल लेने बोकारो सदर अस्पताल पहुंचे। इस दौरान सांसद चंद्रप्रकाश चौधरी ने पुलिस पर मामले की लीपापोती का आरोप लगाया और धरने पर अपने समर्थकों के साथ अस्पताल परिसर में ही बैठ गए। घटना के बाद सुबह जब ग्रामीणों को जानकारी हुई तो इधर मामले की खबर मिलते ही गुरुवार सुबह से ही पेटरवार का माहौल गरम हो गया।। विश्व हिंदू परिषद और बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने मामले के अभियुक्तों पर कड़ी से कड़ी कार्रवाई करने की मांग पर सड़क पर आक्रोश व्यक्त किया।
आश्वासन के बाद आक्रोश पर लाठी चार्ज : थाना प्रभारी पूनम कुजूर को निलंबित करने, मामले को फ़ास्ट ट्रैक कोर्ट में ले जाने, बचे आरोपी की गिरफ्तारी व मुआवजा की मांग पर वरीय पुलिस पदाधिकारी की सहमति के बाद माहौल शांत हो गया। लगभग डेढ़ बजे सफल वार्ता के बाद पुलिस बल व भीड़ शांत मुद्रा में थाना से बाहर निकल रही थी। इसी बीच दूसरे छोड़ पर मौजूद भीड़ ने पुलिस मुर्दाबाद के नारों के साथ फोर्स पर ताबड़तोड़ पथराव कर दिया। अंधाधुंध पथराव से बचने के लिए पुलिस की जबावी कार्रवाई शुरू हुई। जबाव में लाठी चार्ज किया गया। टीयर गन का इस्तेमाल कर आंसू गैस के गोले दागे गए। वाटर कैनन मशीन का भी इस्तेमाल हुआ। घटना में मोर्चाबंदी कर रहे सार्जेंट मेजर अजीत कुमार झा समेत आधा दर्जन फोर्स को चोट आई, वही भीड़ में मौजूद लगभग एक दर्जन लोग आंशिक रूप से जख्मी हो गए।
असहयोग पर थानेदार निलंबित : बोकारो घटना के बाद पीड़िता के परिजनों ने कैमरे के सामने थाना प्रभारी व पुलिस विंग पर घटना को दबाने एवं असहयोग करने का सीधा आरोप लगाया। इस बात को लेकर लोगों में और भी आक्रोश व्याप्त था। मामले को सड़क से लेकर मौजूदा विधानसभा सत्र में भी उठाया गया। खुद संसद ने बोकारो पुलिस के इस रवैए की निंदा की। इन तमाम बिंदुओं को देखते हुए पुलिसिंग को बेहतर करने के लिहाज से प्रभाव से तत्काल पेटरवार थाना प्रभारी पूनम कुजुर को निलंबित कर दिया गया है। उनके स्थान पर एसपी चंदन कुमार झा नए थाना प्रभारी को भेजेंगे। फिलहाल इलाके में मौजूद सर्किल इंस्पेक्टर मामले की स्थिति को संभालने में जुटे हुए हैं।
मेडिकल बोर्ड ने की जांच : बोकारो इधर घटना की गंभीरता को देखते हुए जिले के डीसी ने मजिस्ट्रेट प्रतिनियुक्त कर सिविल सर्जन के अगुवाई में मेडिकल बोर्ड का गठन किया, जिसने पीड़ित 16 वर्षीय गैंगरेप पीड़िता का सदर अस्पताल में मेडिकल जांच किया। जांच रिपोर्ट डीसी व पुलिस अधीक्षक को सौंपी जाएगी। इससे पूर्व बुधवार रात एक बजे पीड़िता को बेहोशी की हालत में परिजनों के साथ पेटरवार पुलिस लेकर सदर अस्पताल पंहुची। ड्यूटी में तैनात डॉक्टर निरोज जोजो ने प्रारंभिक इलाज प्रारम्भ किया था।
पीड़िता का बयान अहम : मेडिकल जांच इस बात की पुष्टि कर सकती है कि पीड़िता के साथ गैंगरेप का स्तर क्या था। किस हिसाब से उसके साथ हैवानियत हुई। इसके साथ ही पीड़िता का बयान भी आगे की पुलिस कार्रवाई के लिए अहम होगा। घटना की जानकारी लेने स्वयं एसपी चंदन झा मौके पर पहुंचे। उन्होंने प्रेस से बात करते हुए कहा कि घटना पर कानूनी फॉर्मेट में जो भी कार्रवाई होनी थी वह पुलिस कर रही है। किसी भी प्रकार की लापरवाही नहीं बरती जा रही है। पीड़िता के बयान के आधार पर आगे की ठोस कार्रवाई की जाएगी। पथराव करने वाले लोगों पर भी ठोस कार्रवाई की जाएगी। अफवाह फैलाने वालों को चिन्हित किया जा रहा है।
सदर अस्पताल में तैनाती : इधर सिटी डीएसपी कुलदीप कुमार सिटी इंस्पेक्टर संतोष कुमार राणा के साथ सदर अस्पताल में दिनभर तैनात रहे। पुलिस बल के साथ स्थिति पर नजर बनाए रखा। ताकि घटना के आक्रोश में किसी प्रकार का उपद्रव ना हो। पीड़िता को अस्पताल में शिफ्ट किए जाने के बाद गहमागहमी की स्थिति बन गई थी।
परिजनों व ग्रामीणों के साथ हुई वार्ता : सड़क जाम कर सामूहिक दुष्कर्म के आरोपियों को सजा दिलाने की मांग जब जोर पकड़ने लगी तो बेरमो एसडीओ, एसडीपीओ सतीष चन्द्र झा, ट्रैफिक डीएसपी पूनम मिंज, चास एसडीपीओ पुरुषोत्तम कुमार, मुख्यालय डीएसपी मुकेश कुमार समेत रेप पीड़िता के परिजन और कई दलों से जुड़े नेता, विहिप व बजरंग दल कार्यकर्ता व सामाजिक कार्यकर्ताओं की पहल पर वार्ता हुई जिसके बाद पांच सूत्री मांगों पर सहमति बनी। मांग पत्र में पीड़ित पक्ष को अविलंब न्याय देने, इस मामले के सभी दोषियों को गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में भेजने, दोषियों को फास्ट्रेक कोर्ट में सुनवाई कर सजा देने, पीड़िता को समुचित इलाज बोकारो प्रशासन की देखरेख में करने एवं प्रतिकार योजना का लाभ अविलंब देने एवं वर्तमान थाना प्रभारी की निलंबित कर पेटरवार थाना से प्रभार मुक्क्त करने की मांग शामिल है।
सौजन्य : Live hindustan
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