संसद पहुंचा कर्नाटक का हिजाब विवाद, लड़कियों के समर्थन में उतरे दलित छात्र
बेंगलुरु : कर्नाटक में हिजाब बनाम भगवा गमछा की लड़ाई दिनों दिन गहराती जा रही है। मामला राज्य से निकलकर संसद पहुंच गया है। लोकसभा में आईयूएमएल सांसद ईटी मोहम्मद बशीर, अब्दुस्समद समदानी और के. नवासकानी ने हाल ही में कर्नाटक के उडुपी में हुए हिजाब विवाद पर चर्चा की मांग के लिए स्थगन नोटिस दिया है। उधर कुंडापुरा के सरकारी पीयू कॉलेज ने कैम्पस में सोमवार को मुस्लिम छात्राओं को हिजाब पहनकर आने की अनुमति दे दी है। कर्नाटक हाईकोर्ट मंगलवार को हिजाब से संबंधित रिट याचिका पर सुनवाई करने वाला है। कर्नाटक हाईकोर्ट 8 फरवरी को इस मामले की सुनवाई करेगा।
कुंडापुरा के सरकारी पीयू कॉलेज ने कैम्पस में सोमवार को मुस्लिम छात्राओं को हिजाब पहनकर आने की अनुमति दे दी है। साथ ही यह नियम भी लागू किया कि वे अलग क्लास में बैठेंगी। लेकिन छात्राएं इससे खुश नजर नहीं आ रही हैं। कॉलेज के प्रिंसिपल रामकृष्ण जीजे ने कहा कि कॉलेज गेट के बाहर भीड़ को खत्म करने के लिए यह फैसला लिया गया है, लेकिन उन्हें क्लासेस में जाने की अनुमति तभी मिलेगी जब वे हिजाब हटा देंगी। हालांकि, इन स्टूडेंट्स ने ऐसा करने से मना कर दिया।
कॉलेज में बाहर निकली एक लड़की ने बताया कि, हाईकोर्ट के आदेश तक हम अपना हिजाब नहीं हटाएंगे। वे (प्रशासन) हमें हिजाब के साथ कक्षाओं में नहीं जाने दे रहा है, इसलिए हम बाहर हॉल में बैठेंगे। हमारे लिए कक्षाएं नहीं चल रही हैं, यहां हम बस बैठे हैं।छात्रा ने बताया कि, कॉलेज के प्रिंसिपल और फैकल्टी ने हमसे मुलाकात की और पूछा कि क्या हम हिजाब हटाकर कक्षाओं में जाना चाहते हैं, उन्होंने भी हमारी अटेंडेंस ली।
वहीं कॉलेज में इस पूरे विवाद ने एक औऱ नया रंग ले लिया है। आईडीएसजी कॉलेज चिकमगलूर कर्नाटक में छात्राओं को हिजाब पहनने के समर्थन में दलित छात्रों ने कैंपस में नीले रंग की शॉल पहनकर जय भीम के नारे लगाए। दलित छात्रों के इस प्रदर्शन के विरोध में कुछ छात्र भगवा रंग के गमझे पहनकर उन छात्रों के सामने पहुंचे और जय श्रीराम के नारे लगाए। वहीं राज्य के प्राथमिक और माध्यमिक शिक्षा मंत्री बीसी नागेश ने कहा कि, कैंपस के बाहर प्रदर्शन कर रहे छात्रों को शिष्टाचार के तौर पर कैंपस के अंदर जाने दिया गया हैं। उन्हें ड्रेस पहनने और कक्षाओं में जाने के लिए कहा गया है। उन्होंने अलग कमरे में बैठना चुना और विरोध जारी रखा। छात्राओं को कक्षाओं में भाग लेने के लिए ड्रेस कोड का पालन करना होगा।
वहीं बीजेपी ओबीसी मोर्चा जनरल सेक्रेटरी और उडुपी कॉलेज डेवलपमेंट कमेटी के उपाध्यक्ष यशपाल सुवर्णा ने उडुपी हिजाब विवाद पर कहा कि, वे (विरोध करने वाले छात्र) शिक्षा में रुचि नहीं रखते हैं, वे देश के विकास को बर्दाश्त नहीं कर सकते … हिंदू राष्ट्र हमारा मुख्य एजेंडा है…। वहीं कर्नाटक के मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने कहा कि स्कूलों और कॉलेजों में एकरूपता को लेकर संविधान में एक नियम है। कर्नाटक शिक्षा अधिनियम में स्पष्ट रूप से उल्लेख किया गया है। ये सभी नियम स्पष्ट हैं कि क्या पालन किया जाना है। हमने नोटिफिकेशन जारी कर दिया है। कुंडापुरा में चल रहे स्टूडेंट्स के विरोध प्रदर्शन के दौरान, जहां मुस्लिम समुदाय के दो लोगों को पुलिस ने घातक हथियारों के साथ गिरफ्तार किया, जबकि 3 लोग बचकर भाग निकले। पकड़े गए लोगों की पहचान अब्दुल मजीद और रजब के रूप में हुई है।
सौजन्य : Hindi oneindia
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