पुलिस की हठधर्मिता से व्यथित आदिवासी किसान ने फांसी लगाकर की आत्महत्या
सिरोही । रोहिड़ा थाना अंतर्गत वालोरिया गांव के सिंगारी पावटी गांव के एक आदिवासी किसान ने रविवार को पेड़ से फांसी का फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली। इस संबंध में मृतक के भाई ने रोहिड़ा पुलिस पर उसके भाई रगाराम को पुलिस थाने में बुलाकर डराने-धमकाने एवं दूसरे पक्ष के साथ मौके पर जाकर कृषि भूमि का कब्जा दिलवाने का आरोप लगाया है।
रिपोर्ट में बताया कि कृषि भूमि का जबरदस्ती कब्जा दिलवाने से परेशान होकर उसके भाई ने आत्महत्या की है। मृतक के छोटे भाई सिंगारी पावटी (वालोरिया) निवासी भगाराम पुत्र अंबालाल गरासिया ने रोहिड़ा पुलिस व कुछ लोगों पर जमीनी विवाद को लेकर पुलिस थाने में बुलाकर डराने धमकाने का आरोप लगाते हुए पुलिस द्वारा मौके पर जाकर कृषि भूमि को जबरदस्ती दूसरे को कब्जा दिलाने की रिपोर्ट दर्ज करवाई है।
रिपोर्ट के आधार पर पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। पुलिस के अनुसार सिंगारी पावटी वालोरिया निवासी भगाराम पुत्र अंबाजी गरासिया ने बिलों वाली घाटी में बिल्व के पेड़ पर फांसी का फंदा लगाकर आत्महत्या कर दी। रिपोर्ट में आरोप लगाया गया है कि 31 दिसंबर को उसके भाई रगा राम को रोहिड़ा पुलिस थाने में बुलवा कर पुलिस वालों ने उसके भाई को डराया धमकाया था।
उसके व उसके भाई रगा राम के खातेदारी हक की कृषि भूमि का लोदाराम पुत्र अणदाराम गरासिया, झुमाराम पुत्र अणदाराम गरासिया, रावताराम पुत्र झुमाराम गरासिया, कालूराम पुत्र झुमाराम गरासिया आदि ने पुलिस वालों की हठधर्मिता से कब्जा लिया था। इसके बाद रगाराम घर आ गया था। उस समय रगाराम (50) हैरान परेशान था। जिस पर रगाराम ने पूरी बात उसके भाई भगाराम को बताई। फिर पेड़ से फांसी का फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली।
घटना की जानकारी मिलने पर रोहिड़ा थाना अधिकारी देवाराम जाब्ते सहित मौके पर पहुंचे। शव को रोहिड़ा के सरकारी अस्पताल की मोर्चरी में रखवाया। पोस्टमार्टम करवाकर शव परिजनों को सुपर्द किया गया।
सौजन्य : Doonh rizon
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