हिसार में दलित युवक की हत्या, परिजनों ने शव लेने से किया मना, SIT गठित, पुलिस की 7 टीम आरोपियों की तलाश में जुटी
हिसार। गांव मिरकां में अनुसूचित जाति के व्यक्ति की बेहरमी से पीटकर विनोद की हत्या करने व दो अन्य को घायल करने के मामले में बुधवार को दिनभर नागरिक अस्पताल व गांव में तनाव को माहौल रहा। पीड़ित पक्ष ने मृतक का शव मोर्चरी से उठाने से मना कर दिया। विनोद के समर्थन में सुबह से ही दलित संगठनों के प्रतिनिधि जुटने शुरू हो गई। दलित संगठनों ने हत्यारोपितों की तुरंत गिरफ्तारी की मांग करते हुए धरना लगा दिया।
मौके की नजाकत को देखते हुए डीसी डॉ. प्रियंका सोनी व डीआईजी बलवान राणा नागरिक अस्पताल पहुंचे और पीड़ित पक्ष से बातचीत की और हर संभव मदद का भरोसा दिया। इसके बावजूद पीड़ित पक्ष व दलित संगठनों ने सभी आरोपितों की गिरफ्तारी नहीं होने तक विनोद के शव को उठाने से मना कर दिया। मृतक का पोस्टमार्टम हो चुका है। दोनों घायलों तथा पीड़ित परिवार को पुलिस की तरफ से सुरक्षा कर्मी उपलब्ध करवाए गए हैं। पुलिस प्रशासन देर रात तक पीड़ित पक्ष को मनाने में जुटा हुआ था।
एसआईटी का गठन
पुलिस प्रशासन ने पीड़ित पक्ष की मांग पर 3 डीएसपी हेडक्वॉर्टर अशोक कुमार, डीएसपी जोगेंद्र शर्मा, डीएसपी नारायण चंद के नेतृत्व में एक एसआईटी का गठन किया गया है तथा हत्यारोपितों की गिरफ्तारी के लिए 7 पुलिस की टीमें लगाई गई है। उधर, पुलिस ने मामले से जुड़े कुछ आरोपितों को हिरासत में लेकर पूछताछ भी शुरू कर दी है।
धरनारत लोगों की बनाई कमेटी
मृतक विनोद के परिवार को न्याय दिलवाने के लिए धरनारत लोगों की एक कमेटी बनाई गई है। कमेटी में जय भीम आर्मी से संजय चोहान, एडवोकेट बजरंग इन्दल, बसपा से पवन बलराज सातरोड, बृजेश चौहान, गुरु चरण अठवाल, इंद्राज दुहनपाल, बलराज चौहान, सुधन फौजी, अंग्रेज हांसी, मुकेश चौहान, रोहताश चनान व अन्य शामिल किए गए है।
अंतिम संस्कार के बाद पीड़ित परिवार को मिलते हैं धक्के मृतक के परिजनों में से गोपीराम, संजय, अजय, गोविंद व ह्युमन राइट लॉ नेटवर्क संयोजक अधिवक्ता रजत कल्सन ने मौके डीआईजी व डीसी को कहा कि पीडि़त परिजनों ने फैसला किया है कि जब तक सभी आरोपी गिरफ्तार नहीं हो जाते तब तक पीडि़त परिवार शव को लेगा। इस पर डीआईजी राणा ने कहा कि हमने 7 टीमें पीछे लगाई हुई है। गिरफ्तारी में थोड़ा समय लगता है इसलिए आप डेड बॉडी रिसीव कर उसे अंतिम संस्कार कराने का काम करें तथा उन्होंने यह भी आश्वासन दिया कि पुलिस पीड़ित परिवार के साथ है जिस पर कप्तान ने कहा कि उनका पिछला अनुभव यह रहा है कि एक बार अंतिम संस्कार कराने के बाद पुलिस पीड़ित परिवार को अपने दफ्तरों तक में नहीं घुसने देती तथा जब पीड़ित परिवार अधिकारियों से मिलने जाता है तो उनको धक्के मारकर वहां से बाहर निकल निकाल दिया जाता है। उन्होंने राणा को एक दो किस्सों का हवाला देकर बताया तो उपायुक्त ने भी आश्वासन देने की कोशिश की परंतु पीड़ित परिवार तथा मौके पर मौजूद मौजूद लोगों ने शव का आरोपियों की गिरफ्तारी होने तक अंतिम संस्कार करने से साफ इंकार कर दिया।
यह था मामला
गांव मिरकां में सबमर्सिबल पंप की मोटर चोरी के शक में अनुसूचित जाति से संबंध रखने वाले विनोद की बेहरमी से पीटकर हत्या कर दी गई थी। विनोद के ही परिवार से भालसिंह व संदीप को भी बुरी तरह पीटकर घायल कर दिया गया था। घटना के बाद से ही गांव में तनाव की स्थिति बनी हुई है। तनाव को देखते मंगलवार को ही गांव में भारी पुलिस बल की तैनात की गई थी।
परिवार को इंसाफ मिलेगा
पीड़ित पक्ष को सरकार द्वारा निर्धारित मापदंडों के अनुसार आर्थिक सहायता शीघ्र उपलब्ध करवाई जाएगी। इस मामलें में परिवार को पूरी तरह से इंसाफ मिलेगा। उपचाराधीन घायलों को सुरक्षा व्यवस्था के अतिरिक्त खाने-पीने, उपचार एवं दवाइयां उपलब्ध करवाने के निर्देश दिए गए हैं। डॉ. प्रियंका सोनी, डीसी, हिसार
दो आरोपित काबू
प्राथमिक सूचना रिपोर्ट में दर्ज दो आरोपितों को पुलिस द्वारा गिरफ्तार कर लिया गया है तथा शेष व्यक्तियों को पकड़ने के लिए पुलिस की टीमें लगी हुई हैं। शीघ्र ही अन्य को भी गिरफ्तार कर लिया जाएगा। मृतक विनोद के परिजनों की सुरक्षा के दृष्टिगत विभाग द्वारा तीन डीएसपी की ड्यूटी लगा दी गई है। मृतक विनोद की जांच करने के लिए डीएसपी नारायण चंद की ड्यूटी लगाई गई है।
सौजन्य : Hari bhoomi
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