पुरानी रंजिश के चलते जमींदारों ने दलित परिवार के घर चलाई गोलियां, शिकायत करने पर भी पुलिस ने नहीं की कार्रवाई
तरनतारन: तरनतारन के प्लासौर गांव में पुरानी रंजिश के चलते एक दलित परिवार पर गांव के जमींदार परिवार ने जानलेवा हमला कर दिया था। हमले में परिवार की जान तो किसी तरह बच गई लेकिन दलित परिवार की तरफ से पुलिस को शिकायत करने के बावजूद भी मामला संज्ञान में नहीं लिया गया। एक सप्ताह बीत जाने के बाद भी पुलिस की तरफ से हमलावरों पर केस दर्ज कर कोई कार्रवाई नहीं की गई। वहीं पंजाब एससी आयोग ने मीडिया रिपोर्टों में छपी खबरों से मामले को संज्ञान में लिया और पीड़ित परिवार को न्याय दिलाने के लिए एससी आयोग के सदस्य राजकुमार हंस पिंड पीड़ित परिवार के गांव पहुंच कर परिवार का हाल चाल जाना। इस दौरान उन्होंने पुलिस को तुरंत कार्रवाई करने के आदेश भी दिए। वहीं पीड़ित परिवार ने बताया कि गांव के जमींदार परिवार की तरफ से साल 2019 में उनकी घर की औरतों के साथ छेड़छाड़ की गई थी।
वहीं जब परिवार ने इसका विरोध किया तो लोगों ने उनके साथ मारपीट की। जिसकी शिकायत जब उन्होंने पुलिस में की तो पुलिस ने कार्रवाई करने की जगह आरोपी लोगों के झूठी चोटें लगवा कर उनके ही पारिवारिक मैंबरों पर कत्ल के इरादे का मामला दर्ज कर दिया। उसी की रंजिश के चलते दिवाली से एक दिन पहले उन लोगों ने उनके घर जानलेवा हमला कर दिया। इस दौरान गोलियां चलाईं गईं और उन्हें अपशब्द भी कहे। परिवार ने हमलावरों से मुश्किल से जान बचाई और जब इस मामले के बारे में पुलिस को शिकायत की गई तो पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की गई। पीड़ित परिवार की एक ही मांग है कि उन्हें इंसाफ दिलाया जाए।
वहीं पीड़ित परिवार का हाल जानने मौके पर पहुंचे पंजाब एससी आयोग के सदस्य राजकुमार हंस ने कहा कि उन्होंने घटना की प्रकाशित रिपोर्ट का संज्ञान लिया है और विवरण मिलने के बाद पुलिस से तत्काल कार्रवाई करने को और 24 नवंबर तक सारी कार्रवाई की रिपोर्ट पंजाब एससी कमिशन के दफ्तर भेजने के आदेश दिए हैं। वहीं उन्होंने इस मामलें में उन अधिकारियों पर भी कार्रवाई करने का निर्देश दिया है जिन्होंने इस केस में लापरवाही की है।
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