CM ने दलितों के बारे में भाषण देने के लिए भाजपा को केंद्र में SCSP/TSP अधिनियम लागू करने की चुनौती दी

कर्नाटक : दलितों के बारे में भाषण देने वाली भाजपा को केंद्र में एससीएसपी/टीएसपी एक्ट लागू करना चाहिए। मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने तंज कसते हुए कहा कि दलितों और पिछड़ों की तरक्की बर्दाश्त नहीं करने वाली भाजपा दलितों को दलित बस्तियों में रखने की नापाक मंशा रखती है।
विधानसभा सत्र में राज्यपाल के अभिभाषण पर बहस का जवाब देते हुए मुख्यमंत्री ने भाजपा पर तंज कसते हुए कहा, विपक्ष का यह आरोप कि एससीएसपी/टीएसपी अनुदान का इस्तेमाल गारंटी और अन्य योजनाओं के वित्तपोषण के लिए किया गया, सच नहीं है। संविधान के अनुच्छेद 46 में कहा गया है कि अनुसूचित जातियों और अनुसूचित जनजातियों को विशेष शैक्षिक और आर्थिक कार्यक्रम प्रदान किए जाने चाहिए। एससीएसपी/टीएसपी एक्ट को सबसे पहले आंध्र प्रदेश ने लागू किया था,
उसके बाद 2013 में कर्नाटक ने इसे लागू किया। अब इसे तेलंगाना में भी लागू कर दिया गया है और देश में कहीं और ऐसा एक्ट नहीं है। एक्ट के लागू होने के बाद से राज्य में 2,61,274 करोड़ रुपये खर्च किए जा चुके हैं। उन्होंने कहा कि भाजपा के सत्ता में रहने के दौरान पांच साल में दिए गए 35,464 करोड़ रुपये में से 29,452 करोड़ रुपये अनुदान में खर्च किए गए। उन्होंने स्पष्ट किया, “हमने सत्ता में रहने के चार साल में 1,80,000 करोड़ रुपये खर्च किए हैं। हमने दलितों के पैसे का किसी अन्य उद्देश्य के लिए उपयोग नहीं किया है।” अगर भाजपा को एससी/एसटी की इतनी चिंता है, तो उसे कर्नाटक की तरह केंद्र में भी एससीएसपी/टीएसपी अधिनियम लागू करना चाहिए। उन्होंने चुनौती दी कि हम सर्वसम्मति से फैसला करें।
सौजन्य: जनता से रिश्ता
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