न्यूनतम मजदूरी हर हाल में 800 रुपये प्रतिदिन करे सरकार, नरेगा में चोरी और फर्जीवाडा किसी भी हाल में नहीं बर्दाश्त
सातवें वेतन आयोग द्वारा यह अनुशंसा की थी कि किसी को भी उस समय 18 हजार से कम नहीं दिया जाना चाहिए, के अनुसार राज्य की न्यूनतम मजदूरी बढ़ाकर 800 रुपये की जाये एवं महात्मा गाँधी नरेगा की मजदूरी बढ़ाये जाने के लिए केंद्र सरकार को पत्र लिखा जाये|
राजस्थान असंगठित मजदूर यूनियन की भीम शाखा की आम सभा आज 16 जनवरी को पाटिया का चौड़ा भीम में आयोजित की गई, जिसमें पंचायत समिति भीम की 10 से अधिक पंचायत के महात्मा गांधी नरेगा में काम करने वाले मजदूर जो यूनियन के साथ जुड़े हैं उन्होंने सैकड़ो की संख्या में उन्होंने भाग लिया। यूनियन मजदूरों को पूरा काम करके पूरा दाम लेने के लिए प्रेरित करने का काम कर रही है। बहना चेत सके तो चेत जमाना आओ चेतन रो… के गाने के साथ यूनियन की भीम शाखा की आम सभा की शुरुआत यूनियन के कार्यकर्ताओं ने की। राजस्थान असंगठित मजदूर यूनियन के राज्य अध्यक्ष शंकर सिंह ने सभा को संबोधित करते हुए कहा कि आज मंहगाई और बेरोजगारी जिस प्रकार से बढती जा रही है, उस अनुपात में मजदूरी नहीं बढ़ रही है जिससे घर चलाना बहुत मुश्किल हो रहा है। उन्होंने कहा कि सातवें वेतन आयोग द्वारा यह अनुशंसा की थी कि किसी को भी उस समय 18 हजार से कम नहीं दिया जाना चाहिए, के अनुसार राज्य की न्यूनतम मजदूरी बढ़ाकर 800 रुपये की जाये एवं महात्मा गाँधी नरेगा की मजदूरी बढ़ाये जाने के लिए केंद्र सरकार को पत्र लिखा जाये। जब तक केंद्र सरकार नहीं बढ़ाये तब तक राज्य सरकार दोनों के बीच के अंतर की मजदूरी राज्य सरकार दे। उन्होंने कहा कि न्यूनतम मजदूर हर हालत में 800 रुपए प्रतिदिन की जाए।
भीम शाखा की नवनिर्वाचित अध्यक्ष रुकमा देवी ने कहा कि आज नरेगा के अंदर हर पंचायत में भ्रष्टाचार और चोरीवाडा बहुत अधिक हो गया है हमें इसे रोकना होगा और नरेगा को बचाना होगा उन्होंने कहा कि नरेगा में किसी भी हालत में चोरीवाडा स्वीकार नहीं किया जाएगा, इसे हम हर हालत में उजागर करेंगे और जो लोग चोरी बड़ा या फर्जीवाड़ा कर रहे हैं उन्हें सजा दिलवा कर रहेंगे।
भीम शाखा की नवनिर्वाचित सचिव मंजू देवी ने कहा कि सरकारी कर्मचारी और अधिकारियों का रिटायरमेंट होता है उसके बाद उनको उनकी तनख्वाह की आधी पेंशन मिलती है, लेकिन हम नरेगा मजदूरों को बहुत कम पेंशन मिलती है जिससे आज भी नरेगा में जाकर काम करना होता है इसलिए उन्होंने मांग की की मजदूरों की पेंशन भी न्यूनतम मजदूरी की आधी की जाए जिससे नरेगा मजदूरों का भी रिटायरमेंट हो।
यूनियन के कोषाध्यक्ष विनीत भांभू ने भीम शाखा के ढाई साल के आय व्यय के ब्यौरे को सभी के सामने रखा। मंजू, पिंकी और वनिता ने अपने काम को लेकर पिछले अनुभव साझा किए। भीम शाखा की नई कार्यकारिणी का हुआ चुनाव राजस्थान असंगठित मजदूर यूनियन की भी शाखा के चुनाव संपन्न हुए, जिसमें सर्वसम्मति से रुकमा देवी को अध्यक्ष, शायरी देवी को उपाध्यक्ष, मंजू देवी को सचिव तथा वर्षा देवी को कोषाध्यक्ष चुना गया। इसी प्रकार हर पंचायत से कार्यकारिणी में दो-दो सदस्यों को चुना गया। मजदूर किसान शक्ति संगठन से जुड़े शुभम विश्वास एवं रेनी जोसैफ ने चुनावी कार्यवाही संपन्न की। यूनियन की केंद्रीय कार्यकारिणी से अध्यक्ष शंकर सिंह सचिव मुकेश गोस्वामी तथा केंद्रीय कार्यकारिणी की सदस्या आशा देवी पर्यवेक्षक के तौर पर मौजूद रहे।
भीम के बाजारों में निकाली रैली चुनाव संपन्न होने के बाद भीम के पार्टियां के चौड़ा से यूनियन की रैली निकाली, जो पाटिया से शुरू होकर डाक बंगला अस्पताल रोड सूजाजी का चौक होते हुए उपखंड अधिकारी कार्यालय के सामने पहुंची। यहां पर सभा हुई और सभा को संबोधित करते हुए राजस्थान असंगठित मजदूर यूनियन के सचिव मुकेश गोस्वामी ने कहा कि दुनिया में मजदूरों के बिना कोई काम नहीं होता है, लेकिन सबसे ज्यादा शोषण मजदूरों का ही होता है, इसलिए अब हमें अपने अधिकार लेने होंगे और हमें संगठित होकर लड़ाई लड़नी होगी। रैली में लक्ष्मी चौहान मोहन सिंह रूप सिंह गोपाल सिंह, प्रदीप संगीता मंजू जितेंद्र, उमा, मदनमोहन तथा यूनियन के सभी कार्यकर्ता शामिल रहे। उपखंड अधिकारी को मुख्यमंत्री के नाम दिया ज्ञापन यूनियन की ओर से भीम उपखंड अधिकारी को राज्य के मुख्यमंत्री श्री भजनलाल शर्मा के नाम ज्ञापन दिया जिसमें 11 सूत्रीय मांगों को तत्काल पूरा किए जाने की मांग की गई उपखंड अधिकारी ने बाहर आकर ज्ञापन लिया और उसे मुख्यमंत्री को भेजने के लिए आश्वस्त किया तथा उन्होंने कहा कि नरेगा से संबंधित भी कोई शिकायतें हैं, तो उसके लिए भी वे तत्काल कार्यवाही करेंगे।
सौजन्य: जनज्वार
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