शर्मनाक: राज्यसभा सांसद इलैयाराजा को मंदिर में जाने से रोका, दलित होने के कारण पुजारी ने गर्भगृह में घुसने नहीं दिया, अंतरराष्ट्रीय संगीतकार भी हैं|
राज्यसभा सांसद सी इलैयाराजा को जातिगत भेदभाव (Caste discrimination) का सामना करना पड़ा है। दलित होने के कारण पुजारी ने सांसद इलैयाराजा को मंदिर में जाने से रोक दिया। उन्हें तमिलनाडु के श्रीविल्लिपुथुर के आंदल मंदिर (Andal Temple) के गर्भगृह में जाने से रोक दिया गया। इसके बाद उन्हें वहां से बाहर निकाल दिया। इसका वीडियो भी सामने आया है।
इलैयाराजा अपने संगीत के लिए पूरी दुनिया में प्रसिद्ध हैं। उन्होंने मुख्य रूप से दक्षिण भारतीय भाषाओं में बनी फ़िल्मों में संगीत दिया है। उन्होंने 7000 हजार से ज्यादा गीतों की रचना की है। इसके अलावा उन्होंने बीस हजार से अधिक कान्सर्ट में हिस्सा लिया हैं। उन्हें “इसैज्ञानी” (संगीत ज्ञानी) के उपनाम से जाना जाता है।
पांच नेशनल अवार्ड और दो बार पद्मविभूषण
इलैयाराजा को शताब्दी पुरस्कार से सम्मानित किया गया है। उन्हें पांच नेशनल अवार्ड मिले हैं। भारत ने उन्हें 2010 में पद्मभूषण से और 2018 में पद्मविभूषण से सम्मानित किया था। 2012 में उन्हें संगीत नाटक अकादमी पुरस्कार से सम्मानित किया गया था। वो लंदन के ट्रिनिटी संगीत महाविद्यालय से क्लासिकल गितार वादन में स्वर्ण पदक विजेता हैं।
दलित परिवार में हुआ था जन्म
बता दें कि सी इलैयाराजा का जन्म 3 जून 1943 को भारत के तमिलनाडु के दलति परिवार में हुआ था। उनकी और जनेता एम. करुणानिधि दोनों की जन्मतिथि एक ही तारीख (3 जून) को है। इसी वजह से उन्होंने अपनी जन्मतिथि 2 जून को मनाने का फैसला किया था, ताकि लोग केवल करुणानिधि की जन्मतिथि 3 जून को मना सकें। इसके बाद उन्हें “इसाइगनानी” की उपाधि दी गई थी।
सौजन्य :लल्लूराम
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