यूपी : पुलिस हिरासत में किशोर की मौत, पिता ने हत्या करने का आरोप लगाया
इस मामले में स्थानीय एसएचओ सहित चार पुलिसकर्मियों को लापरवाही के चलते निलंबित कर दिया गया है क्योंकि उपनिरीक्षक ने किशोर को बिजनौर ले जाने के बजाय अपने घर पर अवैध रूप से हिरासत में रखा था।
एक किशोरी के साथ भागे 16 वर्षीय किशोर की पुलिस हिरासत में मौत का मामला सामने आया है। घटना उत्तर प्रदेश के बिजनौर की है। एक पुलिस अधिकारी के अनुसार, इस मामले में स्थानीय एसएचओ सहित चार पुलिसकर्मियों को लापरवाही के चलते निलंबित कर दिया गया है क्योंकि उपनिरीक्षक ने किशोर को बिजनौर ले जाने के बजाय अपने घर पर अवैध रूप से हिरासत में रखा था। यहां उसकी संदिग्ध परिस्थिति में मौत हो गई।
अमर उजाला की रिपोर्ट के अनुसार, स्योहारा थानाध्यक्ष, विवेचक दरोगा, महिला सिपाही और एक अन्य सिपाही को निलंबित कर दिया गया है। इनके खिलाफ विभागीय जांच भी की जाएगी। उधर मृतक युवक के गांव में भारी पुलिस फोर्स को तैनात किया गया है।
गत शनिवार को स्योहारा थाना क्षेत्र के गांव मुंडाखेड़ी का रहने वाला दीपक (20) पड़ोस के गांव की किशोरी को बहला फुसलाकर ले गया था। रविवार को किशोरी के परिजन थाने पहुंचे और आरोपी युवक के खिलाफ अपहरण का केस दर्ज कराया। मामले की विवेचना दरोगा सुनील को दी गई। दरोगा सुनील कुमार, मुख्य आरक्षी राजीव और महिला सिपाही अन्नू को लेकर युवती की बरामदगी के लिए रविवार को ही रवाना हो गए। पुलिस के संग किशोरी के चार परिजन भी गए।
बताया गया कि पुलिस ने अंबाला से किशोरी को बरामद करते हुए उसके प्रेमी दीपक को हिरासत में ले लिया। लौटते हुए दरोगा सुनील कुमार अपने घर शामली में ठहरा। वह दीपक को भी अपने घर ले गया। सोमवार सुबह दरोगा के घर पर ही युवक की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई।
मामले की गंभीरता को देखते हुए एसपी अभिषेक झा ने थानाध्यक्ष अवनीत मान, दरोगा सुनील, मुख्य आरक्षी राजीव और महिला सिपाही को निलंबित कर दिया। इसके साथ ही विभागीय जांच भी शुरू कर दी गई है।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, सर्किल ऑफिसर श्याम सिंह ने न्यूज एजेंसी पीटीआई को बताया कि पुलिस लड़के के मौत की जांच कर रही है और उसके शव को शामली में पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है। हालांकि, अभी रिपोर्ट नहीं आई है, लेकिन पुलिस को शक है कि लड़के ने खुद ही आत्महत्या की है।
इंडियन एक्सप्रेस के अनुसार, स्योहारा पुलिस थाने के नवनियुक्त एसएचओ धीरज सिंह ने दावा किया कि लड़के ने शामली में उपनिरीक्षक के एक रिश्तेदार के घर पर रखे जाने के दौरान फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। एसएचओ सिंह के अनुसार, पुलिस को रविवार के दिन एक परिवार से शिकायत की गई थी, जिसमें यह आरोप लगाया गया कि उनके पड़ोसी ने उनकी 17 वर्षीय बेटी का अपहरण कर लिया है।
सिंह ने बताया कि, ‘लड़की के परिवार की शिकायत के आधार पर हमारे पुलिस स्टेशन में एफआईआर दर्ज की गई। आरोपी को पकड़ने के लिए सब-इंस्पेक्टर मितालिया के नेतृत्व में एक टीम बनाई गई। उन्होंने नाबालिगों को हरियाणा के अंबाला में ढूंढ निकाला और उन्हें हिरासत में ले लिया। लौटते समय पुलिस टीम शामली में सब-इंस्पेक्टर मितालिया के एक रिश्तेदार के घर रुकी, जहां लड़के ने फांसी लगा ली।’
लेकिन एसएसपी अभिषेक ने कहा कि यह पुष्टि नहीं हुई है कि 16 वर्षीय लड़के की मौत फांसी लगाने से हुई है। एसएसपी ने कहा कि, ‘मुझे जानकारी नहीं है कि क्या हुआ। मौत की असली वजह का पता पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही हो पाएगा।’
इस बीच, लड़के के पिता ने आरोप लगाया कि उनके बेटे की हत्या पुलिस ने की है। लड़के के पिता ने कहा, ‘उन्होंने (पुलिस ने) आज सुबह मुझे फोन किया और बताया कि मेरे बेटे ने फांसी लगा ली है और उसकी मौत हो गई है… वह अकेला नहीं था और पुलिसकर्मी उसके साथ थे।’
सौजन्य:सबरंग इंडिया
नोट: यह समाचार मूल रूप से sabrangindia.in में प्रकाशित हुआ है|और इसका उपयोग पूरी तरह से गैर-लाभकारी/गैर-व्यावसायिक उद्देश्यों के लिए विशेष रूप से मानव अधिकार के लिए किया गया|