नौकरी का झांसा देकर दलित महिला से दुष्कर्म, FIR दर्ज कराने के लिए थाने में भटक रही पीड़िता
सतीश दुबे, डबरा। मध्य प्रदेश सरकार भले ही दुष्कर्म जैसे मामलों पर संवेदनशील हो, लेकिन डबरा से सामने आए मामले में पुलिस की लापरवाही ने एक बार फिर सवाल खड़े कर दिए हैं।
डबरा में एक दलित महिला के साथ नौकरी दिलाने के बहाने दुष्कर्म का मामला सामने आया है। महिला आरोप लगा रही है कि उसे ग्वालियर के गोसपुरा निवासी भारत गुर्जर ने 1 सितंबर को डबरा स्थित गुरु कृपा होटल में नौकरी दिलाने का झांसा देकर बुलाया। यहां, आरोपी ने उसे होटल के एक कमरे में ले जाकर जबरन दुष्कर्म किया और फिर ग्वालियर छोड़ दिया। पीड़ित महिला तब से डबरा सिटी थाने में एफआईआर दर्ज कराने के लिए भटक रही है, लेकिन अभी तक उसकी कोई सुनवाई नहीं हो पाई है।
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समर्थन में आई भीम आर्मी
मामले की गंभीरता को देखते हुए भीम आर्मी भी पीड़िता के पक्ष में आ गई है और उसे न्याय दिलाने की कोशिश कर रही है। दूसरी ओर, पुलिस पर आरोप है कि वह राजनीतिक दबाव के चलते मामले को दबाने का प्रयास कर रही है।
एफआईआर में देरी पर विवाद
पुलिस का तर्क है कि पीड़िता आरोपी के संपर्क में थी और दोनों के बीच राजीनामा हो चुका है, इसलिए एफआईआर दर्ज करने में देरी हो रही है। इस तर्क को लेकर सिटी थाने में देर रात तक हंगामा होता रहा। आरोप है कि आरोपी पक्ष के लोग भी थाने के आसपास नजर आए और पीड़िता पर दबाव बनाने की कोशिश की।
पीड़िता ने बताया कि वह ग्वालियर में मजदूरी का काम करती है। वह एक सहकर्मी के माध्यम से आरोपी भारत गुर्जर के संपर्क में आई थी। आरोपी ने उसे नौकरी दिलाने का झांसा देकर डबरा के गुरु कृपा होटल पर बुलाया और वहां उसे जबरन शारीरिक संबंध बनाने के लिए मजबूर किया। आरोपी ने महिला के पति और बच्चों को जान से मारने की धमकी भी दी।
भीम आर्मी के रूपेश कैन ने कहा कि वे पीड़िता को न्याय दिलाने के लिए पूरा प्रयास करूंगा। उन्होंने कहा की वे पुलिस के रवैये की कड़ी आलोचना करते हैं।
सौजन्य:लल्लूराम
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