माओवादी होने के आरोप में वकीलों, किसान नेताओं और छात्र आंदोलनकारियों के घर NIA ने मारा छापा
पंजाब के भटिंडा जिला के रामपुरा फूलपुर इलाके की रहने वाली महिला किसान नेता सुरिंदर कौर के घर पर भी पड़ा NIA का छापा एनआईए की टीम आज 30 अगस्त की सुबह से ही वकील आरती और वकील अजय के चंडीगढ़ स्थित आवास पर तलाशी अभियान चला रही है। चंडीगढ़ के वकील और एएफडीआर चंडीगढ़ के अध्यक्ष मंदीप सिंह के यहां भी छापेमारी जारी है। वहीं सोनीपत के वकील और मानवाधिकार कार्यकर्ता पंकज त्यागी के घर पर भी एनआईए ने छापा मारा गया और सुबह 9 बजे के करीब उनको गिरफ्तार कर सोनीपत के सेक्टर 27 थाने ले गयी|
जनज्वार। एनआईए की पूरे देशभर में चल रही छापेमारी आज 30 अगस्त की सुबह उत्तर प्रदेश, हरियाणा, पंजाब और चंडीगढ़ में जारी रही। बताया जा रहा है कि यह छापा सीपीआई (माओवादी) से जुड़े मामलों में संलिप्तता के आरोपों को लेकर है। अभी हाल में गृहमंत्री अमित शाह ने बयान भी दिया था कि 2026 तक पूरे देश से माओवाद का सफाया हो जाएगा। पंजाब के भटिंडा जिला के रामपुरा फूलपुर इलाके की रहने वाली भारतीय किसान यूनियन (क्रांतिकारी) की स्टेट जनरल सेक्रेटरी सुरिंदर कौर के घर पर आज सुबह 5 बजे के पुलिस की मौजूदगी में एनआइए ने छापा मारा। सुरिंदर कौर संयुक्त किसान मोर्चा की सदस्य हैं और इलाके की चर्चित किसान नेता हैं। सुरिंदर कौर के छापेमारी की खबर सुनते ही किसान आंदोलनकारी जुट गए और उन्होंने जानना चाहा कि यह छापेमारी किस जुर्म में की जा रही है।
वहीं एनआईए की टीम आज 30 अगस्त की सुबह से ही वकील आरती और वकील अजय के चंडीगढ़ स्थित आवास पर तलाशी अभियान चला रही है। चंडीगढ़ के वकील और एएफडीआर चंडीगढ़ के अध्यक्ष मंदीप सिंह के यहां भी छापेमारी जारी है। वहीं सोनीपत के वकील और मानवाधिकार कार्यकर्ता पंकज त्यागी के घर पर भी एनआईए ने छापा मारा गया और सुबह 9 बजे के करीब उनको गिरफ्तार कर सोनीपत के सेक्टर 27 थाने ले गयी है। आज सुबह-सुबह एनआईए ने इलाहाबाद स्थित इंकलाबी छात्र मोर्चा छात्र संगठन के सदस्य देवेंद्र के घर पर भी छापा मारा। सोनीपत के आप नेता विमल किशोर ने कहा कि जो भी बीजेपी की तानाशाही के खिलाफ आवाज उठाते है उनके घरों में ईडी एनआईए आदि एजेन्सियां लगा कर जेलो में डाला जा रहा है। बीजेपी सरकार सरासर तानाशाही कर रही है।
वहीं एक अन्य मामले में NIA ने पाकिस्तानी आईएसआई जासूसी गिरोह के जरिए विशाखापटनम गोपनीय रक्षा जानकारी लीक करने के मामले में देशभर में बुधवार 28 अगस्त को छापेमारी की और 7 राज्यों में 16 कथित ठिकानों पर रेड मारी गयी है। एनआईए की टीमों का दावा है कि उसने 22 मोबाइल फोन, संवेदनशील दस्तावेज और अन्य चीजें जब्त की हैं। मीडिया को दी गयी जानकारी में एनआईए के आधिकारिक सूत्रों का कहना है कि इस मामले में आंध्र प्रदेश की काउंटर इंटेलिजेंस सेल ने जनवरी 2021 में इस मामले में मामला दर्ज किया गया था। जुलाई 2023 में एनआईए ने इसकी तफ्तीश अपने हाथों में ली थी। इसी मामले को लेकर एनआईए ने बुधवार 28 अगस्त को गुजरात, कर्नाटक, केरल, तेलंगाना, उत्तर प्रदेश, बिहार और हरियाणा में 16 ठिकानों पर छापेमारी की गयी थी।
‘ एनआईए के मुताबिक यह मामला पाकिस्तानी ISI जासूसी गिरोह के माध्यम से गोपनीय रक्षा जानकारी के लीक से जुड़ा हुआ है। NIA टीमों का दावा है कि जिन 16 जगहों पर छापेमारी की गयी, वह सब संदिग्ध माओवादी गतिविधियों से जुड़े हैं। दावा किया कि इन लोगों ने भारत में जासूसी गतिविधियों के लिए पाकिस्तान से पैसा लिया था। इस मामले में भारतीय नौसेना से संबंधित संवेदनशील महत्वपूर्ण जानकारी लीक होने की बात भी कही जा रही है। इस मामले में NIA ने 19 जुलाई 2023 को दो आरोपियों के खिलाफ चार्जशीट दायर की थी, जिनमें से एक फरार पाकिस्तानी नागरिक मीर बलाज खान का नाम शामिल है। एनआईए का कहना है कि उसकी तफ्तीश में सामने आया था कि मीर बलाज खान एक गिरफ्तार आरोपी आकाश सोलंकी के साथ जासूसी गिरोह में शामिल था। इसके अलावा 6 नवंबर 2023 को NIA ने दो अन्य आरोपी मनमोहन सुरेंद्र पांडा और एल्विन के खिलाफ एक सप्लीमेंट्री चार्जशीट दायर की थी और पांडा को गिरफ्तार कर लिया गया। वहीं एल्विन के बारे में एनआई का दावा है कि वह एक पाकिस्तानी खुफिया अधिकारी है और वह फरार चल रहा है। मई 2024 में NIA ने अमान सलीम शेख के खिलाफ अपनी दूसरी सप्लीमेंट्री चार्जशीट दायर करते हुए उसे इस मामले में आरोपी बनाया है। उसके बारे में कहा है कि उसके द्वारा पाकिस्तानी खुफिया अधिकारियों के साथ साजिश रची गयी थी।
सौजन्य :जनज्वार
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