जमीन पर कब्जे की लड़ाई: दलित काश्तकारों की हताशा.
जमीन पर कब्जे की लड़ाई: दलित काश्तकारों की हताशा.
khaskhabar.com : शुक्रवार, 09 अगस्त 2024
जयपुर। कानोता पुलिस थाना क्षेत्र में दलित काश्तकारों के लिए एक गंभीर संकट सामने आया है। काश्तकारों का कहना है कि उन्हें उनकी पुश्तैनी जमीन से बेदखल कर दिया गया है और पुलिस ने उनकी कोई मदद नहीं की। उल्टे, उन्हें ही धमकाया गया और उनकी शिकायतें भी दर्ज नहीं की गईं।
पीड़ित काश्तकारों ने शुक्रवार को पिंकसिटी प्रेस क्लब में अपनी स्थिति के बारे में मीडिया को जानकारी दी। उन्होंने आरोप लगाया कि पुलिस ने न केवल उनकी रिपोर्ट दर्ज नहीं की, बल्कि उन्हें डराया-धमकाया और कथित भू-माफिया को उनकी जमीन पर कब्जा करने में मदद की।
काश्तकारों का कहना है कि महेश गुप्ता और देवेन्द्र नागपाल के नेतृत्व में कुछ बदमाशों ने उन्हें जमीन खाली करने की धमकी दी और जातिसूचक गालियाँ दीं। पुलिस की मौजूदगी में मारपीट की गई और उन्हें उनकी जमीन से खदेड़ दिया गया। पीड़ितों ने पुलिस पर आरोप लगाया कि पुलिस ने उन पर भी हमला किया और उनकी जमीन पर भू-माफिया को कब्जा करवा दिया।
पीड़ितों ने न्याय की गुहार लगाने के लिए जयपुर पुलिस कमिश्नरेट का रुख किया। वहां उन्होंने पुलिस कमिश्नर के प्रतिनिधि से मुलाकात की और अपनी समस्याएँ साझा की। पुलिस के आला अधिकारियों ने उन्हें न्याय दिलाने का आश्वासन दिया है।
इस संघर्ष ने पुलिस व्यवस्था की कार्यप्रणाली और मानवाधिकारों की रक्षा पर गंभीर सवाल खड़े किए हैं। इस मामले की निष्पक्ष जांच और न्याय की उम्मीद पीड़ितों के लिए महत्वपूर्ण है।
सौजन्य : खास खबर
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