शादीशुदा महिला के साथ था अफेयर, गुजरात में दलित को पीटा; कपड़े उतारकर पूरे गांव में घुमाया

गुजरात के साबरकांठा जिले में एक दलित व्यक्ति को तथाकथित ऊंची जाति के लोगों के एक समूह ने नंगा करके पीटा और पूरे गांव में घुमाया। इन लोगों में एक महिला का पति भी शामिल था, जिसके साथ उसका कथित तौर पर एक्स्ट्रा मैरिटल अफेयर था।
गुजरात के साबरकांठा जिले में एक दलित व्यक्ति को तथाकथित ऊंची जाति के लोगों के एक समूह ने नंगा करके पीटा और पूरे गांव में घुमाया। इन लोगों में एक महिला का पति भी शामिल था, जिसके साथ उसका कथित तौर पर एक्स्ट्रा मैरिटल अफेयर था। यह घटना साबरकांठा के इदर कस्बे के पास वडोल गांव में 11 मार्च को हुई थी, लेकिन पुलिस को इसकी सूचना 13 मार्च को मिली, जब इसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया।
इदर पुलिस इंस्पेक्टर चेतन राठौड़ ने बताया कि 15 लोगों पर अत्याचार अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया गया है और उनमें से नौ को गुरुवार शाम तक हिरासत में ले लिया गया। पुलिस ने बताया कि पीड़ित को इतनी बुरी तरह पीटा गया कि उसे अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा। साबरकांठा एसपी विजय पटेल ने बताया, ‘हालांकि, उस समय कोई मेडिको-लीगल केस दर्ज नहीं किया गया था, क्योंकि पीड़ित ने (डर के कारण) डॉक्टरों से झूठ बोला था कि सीढ़ियों से गिरने की वजह से उसे चोटें आई हैं।’
एफआईआर में 32 साल के शिकायतकर्ता ने बताया है कि वह आजीविका चलाने के लिए निर्माण श्रमिकों को उनके कार्यस्थल पर ले जाता है। पुलिस ने बताया कि ऐसी ही एक जगह पर उसकी मुलाकात महिला से हुई। उन्होंने बताया कि शिकायतकर्ता भी शादीशुदा है और उसके दो बच्चे हैं। 11 मार्च को वह एक कोल्ड स्टोरेज में आलू की ग्रेडिंग कर रहा था, वह रात करीब 11 बजे चाय बनाने के लिए परिसर से बाहर निकला।
इंडियन एक्सप्रेस के अनुसार, शिकायतकर्ता ने एफआईआर में बताया कि इसी समय महिला का पति और मुख्य आरोपी संजय ईश्वर ठाकोर अपने कई साथियों के साथ मौके पर पहुंचा और उसका नाम लेकर चिल्लाने लगा। शिकायतकर्ता ने बताया कि वह डर गया और अपनी जान बचाने के लिए भागा, लेकिन आरोपियों ने उसे पकड़ लिया। शिकायतकर्ता ने बताया कि उन्होंने गाली-गलौज और उसके साथ मारपीट भी की। इसके बाद आरोपी उसे एक मंदिर के पास ले गए और उसे संजय की पत्नी के साथ शिकायतकर्ता की कथित तस्वीर दिखाई।
एफआईआर में कहा गया है कि इसके बाद आरोपियों ने शिकायतकर्ता के कपड़े उतार दिए और उसे पूरे गांव में घुमाया, उसे एक सुनसान जगह पर ले गए और गांव में पैर न रखने की धमकी दी। शिकायतकर्ता ने पुलिस को बताया कि आरोपियों ने पीड़ित को जाने से पहले एक पत्र पर हस्ताक्षर करवाए। पुलिस ने बताया कि पीड़ित अपनी गाड़ी लेकर अपने गांव वापस चला गया, जहां से उसके दोस्त और परिवार के सदस्य उसे इलाज के लिए एक निजी अस्पताल ले गए। दुर्व्यवहार का कथित वीडियो सामने आने पर पुलिस ने पीड़ित से संपर्क किया और उसे शिकायत दर्ज कराने के लिए प्रोत्साहित किया।
सौजन्य: लाइव हिन्दुस्तान
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