बाबूभाई की साइकिल यात्रा से कांपने लगी सरकार! दलितों के लिए उठाई बड़ी आवाज

अहमदाबाद के बाबूभाई शेट दलितों के खिलाफ अत्याचार रोकने के लिए साइकिल पर यात्रा कर रहे हैं. उन्होंने सोलर पैनल वाली साइकिल से गांधीनगर सचिवालय तक यात्रा की, सरकार से कड़ी कार्रवाई की मांग की है|
क्या आप ने कभी सुना है कि किसी ने अपनी साइकिल पर सवार होकर सरकार से अपनी बात कही हो? यह सुनने में अजीब लग सकता है, लेकिन यह सही है! अहमदाबाद के 65 साल के बाबूभाई शेट ने दलितों पर हो रहे अत्याचार को रोकने के लिए एक अनोखा तरीका अपनाया है. वे साइकिल पर सवार होकर अलग-अलग सरकारी दफ्तरों में जाते हैं और वहां अपनी आवाज उठाते हैं. उनका कहना है कि दलितों पर हो रहे अत्याचारों को रोकने के लिए उन्हें खुद कदम उठाने होंगे. यह साइकिल यात्रा सिर्फ एक यात्रा नहीं, बल्कि एक सशक्त संदेश है|
बाबूभाई की साइकिल
बाबूभाई की साइकिल किसी साधारण साइकिल से बहुत अलग है. यह सोलर पैनल से चलने वाली साइकिल है, जिसमें लाउडस्पीकर और लाइट्स भी लगी हैं. इस साइकिल पर बाबा साहब आंबेडकर की फोटो लगी हुई है और उस पर कई प्रेरणादायक स्लोगन भी लिखे गए हैं. बाबूभाई खुद को बाबा साहब के विचारों से प्रेरित मानते हैं और उनका उद्देश्य है कि दलितों के अधिकारों को हर जगह सम्मान मिले|
साइकिल पर सवार होकर सचिवालय पहुंचे बाबूभाई
आज बाबूभाई ने अहमदाबाद से साइकिल लेकर गांधीनगर के सचिवालय तक यात्रा की. उन्होंने मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल, गृह मंत्री हर्ष संघवी और सामाजिक न्याय मंत्री भानुबेन बाबरिया से मिलने के लिए अपनी साइकिल पर यात्रा की. यहां बाबूभाई ने सरकार से एट्रोसिटी एक्ट (अत्याचार विरोधी कानून) के तहत कड़ी कार्रवाई की मांग की. उनके साथ दलितों के खिलाफ हो रहे अत्याचार, शोषण, हत्या और बेरोजगारी जैसे गंभीर मुद्दों पर चर्चा की गई|
क्यों लड़ रहे हैं बाबूभाई? क्या है उनका मिशन?
बाबूभाई शेट पिछले 10 सालों से दलितों पर हो रहे अत्याचारों के खिलाफ लड़ाई लड़ रहे हैं. वे अकेले ही यह संघर्ष कर रहे हैं, क्योंकि उनका मानना है कि आज़ादी के इतने सालों बाद भी दलितों के साथ भेदभाव और अत्याचार की घटनाएं खत्म नहीं हुई हैं. बाबूभाई कहते हैं, “अगर हम खुद आवाज नहीं उठाएंगे, तो कौन सुनेगा?” यही वजह है कि उन्होंने इस साइकिल यात्रा को शुरू किया है. वे चाहते हैं कि सरकार दलितों के खिलाफ हो रहे अपराधों को गंभीरता से ले और सख्त कार्रवाई करे|
क्या हैं बाबूभाई के अगले कदम?
बाबूभाई की योजना केवल राज्य स्तर तक ही नहीं, बल्कि अब वे दिल्ली तक आवेदन देने की तैयारी कर रहे हैं. उनका मानना है कि अगर उन्हें देशभर में आवाज उठानी है, तो यह जरूरी है कि वे दिल्ली तक जाएं और वहां सरकार से ठोस कदम उठाने की मांग करें. बाबूभाई की यह यात्रा केवल एक आंदोलन नहीं, बल्कि एक गहरी सोच का परिणाम है. उनका उद्देश्य है कि दलितों के साथ होने वाले अन्याय को खत्म किया जाए और उन्हें समान अधिकार मिले|
साभार : न्यूज़ 18
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