भाजपा के दलित नेता ने पार्टी के ही विधायक पर लगाया आरोप, बताया खुद की जान को खतरा
पीलीभीत के भाजपा के दलित नेता ने अपनी ही पार्टी के विधायक पर आरोप लगाते हुए अपनी जान को खतरा बताया है। इसी कड़ी में मंगलवार को उन्होंने जिलाधिकारियों कार्यालय के बाहर विरोध प्रदर्शन किया और खुद को जान को खतरा बताते हुए सुरक्षा की मांग की है।
उत्तर प्रदेश भाजपा के एक दलित नेता ने अपनी जान को खतरा होने का आरोप लगाते हुए मंगलवार के दिन जिलाधिकारी कार्याल पर धरना प्रदर्शन किया। भाजपा नेता ने अपनी ही पार्टी के विधायक से जान का खतरा होने का आरोप लगाया है। वहीं विधायक ने इस आरोप को नकारते हुए दावा किया है कि नेता सस्ती लोकप्रियता के लिए दूसरों के इशारे पर काम कर रहे हैं। दरअसल भाजपा अनुसूचित जाति मोर्चा की पीलीभीत जिला इकाई के अध्यक्ष और कल्याणपुर नौगवा गांव के प्रधान के पति शांति स्वरूप सोनकर ने मंगलवार के दिन जिलाधिकारी कार्यालय के बाहर विरोध प्रदर्शन किया।
भाजपा नेता ने भाजपा विधायक पर लगाया आरोप
नौगवा गांव में बन रहे आरसेटी सेंटर (ग्रामीण स्वरोजगार प्रशिक्षण संस्थान) पर बढ़ने विवाद को लेकर शांति स्वरूप सोनकर ने बरखेड़ा क्षेत्र के भाजपा विधायक स्वामी प्रवक्ता नन्द (जयद्रथ) पर गंभीर आरोप लगाते हुए उनसे अपनी जान को खतरा बताया और प्रशासन से इसपर कार्रवाई करने की मांग की है। न्यूज एजेंसी भाषा से बात करते हुए भाजपा दलित नेता ने कहा कि उनके आरोप को गंभीरता से लेते हुए जिलाधिकारी संजय संह ने अपने स्तर पर जांच कराने का आश्वासन दिया है। वहीं सोनार ने यह भी आरोप लगाया कि विधायक का ससुराल इसी गांव में है और वह सेंटर की आड़ में अपने रिश्तेदारों को लाभ दिलाने के लिए दबाव बना रहे हैं।
क्या बोले भाजपा विधायक
इस आरोप पर भाजपा विधायक प्रवक्तानंद ने न्यूज एजेंसी पीटीआई भाषा से कहा कि उनपर आरोप लगाने वाले शांति स्वरूप से आजतक उनकी कोई बात नहीं हुई है। उनपर लगे आरोप झूठे हैं। विधायक ने शांति स्वरूप पर सस्ती लोकप्रियता पाने की कोशिश करने का आरोप लगाते हुए कहा कि वह किसी के इशारे पर काम कर रहे हैं। विधायक ने कहा कि सेंटर का निर्माण उनके प्रयास से हो रहा है और इस निर्माण में सभी का हित जुड़ा है। इस मामले पर जिलाधिकारी संजय कुमार सिंह ने बताया कि बरखेड़ा विधानसभा क्षेत्र के विकासखंड मरौरी के ग्राम कल्याणपुर नौगवां में 2.5 करोड़ की लागत से आरसेटी सेंटर निर्माणाधीन है। उन्होंने कहा विस्थापित ग्रामीणों का पुनर्वास शीघ्र कराया जायेगा और इसमें किसी भी ग्रामीण को किसी भी तरह की कोई समस्या नही होने दी जाएगी। उन्होंने बताया कि उक्त प्रकरण की जांच उप जिलाधिकारी (सदर) को सौंपी गई है।
सौजन्य: इंडिया टीवी
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