सावित्रीबाई फुले ने शिक्षा की अलख जगाई : डॉ. राजभूषण
सावित्रीबाई फुले ने शिक्षा की अलख जगाई : डॉ. राजभूषण
केंद्रीय राज्यमंत्री डॉ. राजभूषण चौधरी ने सावित्रीबाई फूले की जयंती समारोह में कहा कि उन्होंने गुलाम भारत में दलित और पिछड़ों की बच्चियों को पढ़ाई की दिशा में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। पिंटू सहनी की…
गायघाट, एक संवाददाता। केंद्रीय राज्यमंत्री डॉ. राजभूषण चौधरी निषाद ने कहा कि गुलाम भारत में जब दलित व अतिपिछड़ों की बच्चियों को पढ़ाई से रोका जाता था, तब सावित्रीबाई फुले ने इस बीड़ा को उठाया। वे निर्भीक होकर दलित व पिछड़ों की बच्चियों को पढ़ाने की ठानी। दलित व शोषित वर्ग के बच्चियों के बीच शिक्षा की अलख जगाई। वे शुक्रवार को थाना क्षेत्र के पुराननकार बलहा में पिंटू सहनी सामाजिक संस्थान द्वारा आयोजित सावित्रीबाई फूले की जयंती समारोह में बोल रहे थे। कार्यक्रम की अध्यक्षता पूर्व सरपंच मोहन राय ने की।
पूर्व जिला पार्षद भाकपा माले नेता जितेंद्र यादव ने मधुरपट्टी घाट के नाव हादसे का जिक्र करते हुए मंत्री से कहा कि पिंटू सहनी अपनी शहादत देते हुए चार बच्चों की जान बचाई, उसे राष्ट्रपति पुरस्कार मिलना चाहिए। डीएम के स्तर से उसी वक्त वीरता पुरस्कार की अनुशंसा की गई थी। उन्होंने मधुरपट्टी जैसी घटना दोबारा नहीं हो, इसके लिए मधुरपट्टी, गोढियारी, भगवतपुर व हरपुर घाट पर कम से कम लोहे की ही स्क्रू पाइलिंग पुल बनवाने की मांग की। वहीं, बागमती बांध परियोजना पर बांध बनवाने से पूर्व रिव्यू कमेटी की गठन की मांग की गई।
पूर्व मुखिया दीपक झा द्वारा अस्पताल, सड़क एवं पुल से संबंधी मांग रखी। इस दौरान मंत्री ने बच्चियों को कॉपी, किताब व कलम दिए। इस मौके पर जदयू नेता प्रभात किरण, जदयू प्रखंड अध्यक्ष लालबाबू सहनी, दिनेश सहनी उर्फ आजाद गांधी मौजूद रहे।
सौजन्य: हिन्दुस्तान
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