दसमल दलित बस्ती को दो वार्ड में विभाजित करने का लोगों ने किया विरोध, उपायुक्त हमीरपुर से मिले ग्रामीण
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आंगनबाड़ी घर में बिजली लगाने तथा दलित बस्ती के वार्ड विभाजन की समस्या को लेकर उपायुक्त कार्यालय पहुंचे प्रतिनिधिमंडल ने उपायुक्त से जल्द समस्या हल करने की गुहार लगाई है। लोगों ने कहा कि बलोह पंचायत की बस्ती दशमल व बलोह के दलित बस्ती को वार्ड विभाजन के चलते सरकार से मिलने वाली सुविधाओं से वंचित रहना पड़ रहा है। लोगों का कहना है कि दो भागों में विभाजित होने की वजह से कई तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। ग्रामीणों ने बताया कि समस्त दलित बस्ती दसमल एवं बलोट वार्ड 2 और वार्ड 3 में विभाजित किया गया है।
ग्रामीणों का कहना है कि उन्हें एक ही वार्ड में सम्मिलित किया जाए। उन्होंने कहा कि समस्त ग्रामवासी जजघर में बिजली का कनेक्शन देने के लिए भी प्रधान को अवगत करवा चुके हैं। इनका कहना है कि जज कर 2007 से चला हुआ है तथा यहां पर हर साल शिवरात्रि का भंडारा लगाया जाता है। प्रधान को लिखित में अवगत करवाया जा चुका है कि यहां पर बिजली का कनेक्शन लगाया जाए। इस अवसर पर ललिता, उतम दास, नीलम देवी व अन्य लोग मौजूद रहे। श्रेष्ठा कुमारी मेमोरियल ट्रस्ट की संचालिका ललिता का कहना है कि दलित बस्ती के लोगों को एक बार में ही शामिल किया जाए। दो वार्ड में विभाजित होने की वजह से योजनाओं का सही लाभ नहीं मिल पा रहा है। उत्तराखंड पुलिस से सेवानिवृत हुए उतम दास का कहना है कि उनकी बस्ती को पहले एक ही वार्ड में रखा गया था। उन्होंने कहा कि बाद में दलित बस्ती के लोगों को दो वार्डो में शामिल कर दिया गया। उन्होंने कहा कि इस कारण इन्हें परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है और सरकारी व योजनाओं का लाभ नहीं मिल पा रहा।
सौजन्य: अमर उजाला
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