Lucknow News: लखनऊ के केजीएमयू में खुलेगा ट्रांसजेंडर क्लीनिक, मिलेगी सेक्स चेंज की भी सुविधा
लखनऊ (ब्यूरो)। केजीएमयू में जल्द ही संजय गांधी पीजीआई की तर्ज पर ट्रांसजेंडर क्लीनिक की शुरुआत होगी। जहां एलजीबीटीक्यू समुुदाय के लोगों को एक ही छत के नीचे सभी सुविधाएं मिलेंगी। उनको ट्रीटमेंट के लिए अलग-अलग विभागों के चक्कर नहीं लगाने पड़ेंगे। यह क्लीनिक हर माह के आखिरी गुरुवार को चलेगी, जिसमें कई विभागों के एक्सपर्ट्स की सुविधा मिलेगी।
माह के आखिरी गुरुवार को चलेगी क्लीनिक
मेडिसिन विभाग के डॉ। डी हिमांशु ने बताया कि संस्थान में अभी जेंडर चेंज कराने के लिए कोई स्पेशल क्लीनिक की सुविधा नहीं थी। जिसकी वजह से मरीजों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है। इसी को देखते हुए स्पेशल क्लीनिक की शुरुआत दिसंबर माह से करने जा रहे हैं। जिसके तहत हर माह के आखिरी गुरुवार को स्पेशल क्लीनिक चलेगी। इसमें मेडिसिन, डर्मेटोलॉजी, गैस्ट्रोएंटेरोलॉजी सर्जिकल, साइकियाट्री, इंडोक्राइन और प्लास्टिक सर्जरी के एक्सपर्ट रहेंगे। जो पेशेंट की सभी जरूरतों का ख्याल रखते हुए उचित परामर्श और ट्रीटमेंट देने का काम करेंगे।
जेंडर डिस्फोरिया के तहत करवाते हैं सेक्स चेंज
प्लास्टिक सर्जरी विभाग के हेड प्रो। विवेक कुमार ने बताया कि जेंडर चेंज करवाना दरअसल जेंडर डिस्फोरिया कहलाता है। जिसमें एक जेंडर में जन्मे इंसान को लगता है कि यह उसका जेंडर नहीं है। जिसके बाद वह इसे बदलवाने के लिए बोलता है। ऐसे लोग संस्थान में पूछताछ के लिए काफी आते हैं। इनमें पुरुष से महिला और महिला से पुरुष बनने वाले दोनों तरह के केस आते हैं। पर जब सर्जरी की बात आती है तो वे प्राइवेसी के कारण प्राइवेट संस्थान में चले जाते हैं।
कई प्रोटोकॉल्स फॉलो करने होते हैं
जेंडर चेंज करवाने के लिए कई कड़े प्रोटोकॉल्स को फॉलो करना होता है। जिसमें दो साइकियाट्रिस्ट से बात करनी होती है। 6 माह से 1 साल तक अपोजिट जेंडर की तरह रहना होता है। इसके अलावा, एक बार जेंडर चेंज हो गया तो उसे रिवर्स नहीं किया जा सकता है इसलिए बहुत सोच-समझकर ही यह फैसला लेना चाहिए।
यह स्पेशल क्लीनिक हर माह के आखिरी गुरुवार को चलेगी। जहां सभी तरह के एक्सपर्ट्स से जानकारी लेने की सुविधा एक ही जगह पर मिलेगी।
सौजन्य: इनएक्स्ट लाइव
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