दलित पर दबंगों का कहर: दलित पर चाकू से हमला, बचाने आए भाई को पीटा, पुलिस पर भी तहरीर बदलवाने का आरोप
लखनऊ में दबंगों ने दलित युवक पर चाकू और लाठी-डंडों से हमला किया जब उसने शौच के लिए जाते समय रास्ता मांगा। बचाने आए उसके भाई को भी पीटा गया। पीड़ित ने पुलिस पर तहरीर बदलवाने का आरोप लगाया है.
UP News: लखनऊ के बख्शी का तालाब क्षेत्र के महिंगवा थाना इलाके में बुधवार की रात को एक दलित युवक पर दबंगों द्वारा जानलेवा हमला किया गया, जिसने समाज के संवेदनहीन व्यवहार को फिर से उजागर कर दिया। इस घटना में दबंगों ने न केवल पीड़ित पर चाकू से हमला किया, बल्कि उसे लाठी-डंडों से भी बेरहमी से पीटा। पीड़ित का भाई जब उसे बचाने के लिए पहुंचा, तो उसे भी नहीं बख्शा गया। गांव में इस निर्मम हमले के बाद से भय और आक्रोश का माहौल है।
घटना का विवरण:
महिंगवा थाना क्षेत्र के सोनवा गांव के रहने वाले दीपक गौतम पुत्र बैजनाथ गौतम बुधवार की रात शौच के लिए घर से बाहर निकले। वह अपने गांव के ही रास्ते से गुजर रहे थे, तभी रास्ते में खड़े गांव के दबंगों—हरिओम मिश्रा, जपओम मिश्रा, शिवओम मिश्रा और रिषी सिंह ने उन्हें रास्ता छोड़ने से मना कर दिया। दीपक ने उनसे विनम्रता से रास्ता छोड़ने का आग्रह किया, लेकिन दबंगों ने अचानक उसे जातिसूचक गालियां देनी शुरू कर दीं। गालियों का विरोध करते ही हरिओम मिश्रा ने दीपक पर चाकू से हमला कर दिया। दीपक दर्द से तड़पते हुए वहीं गिर पड़ा, लेकिन दबंगों का गुस्सा यहीं नहीं थमा। उन्होंने लाठी-डंडों से दीपक की बेरहमी से पिटाई भी की।
“दम है तो दलित के घर भोजन करके दिखाएं”, राजद विधायक को गिरिराज सिंह ने दी खुली चुनौती
बचाने आया भाई भी हुआ शिकार:
जब दीपक का भाई दिलीप गौतम उसकी चीख सुनकर उसे बचाने पहुंचा, तो दबंगों ने उसे भी निशाना बना लिया। दिलीप को भी लाठी-डंडों से पीटा गया और वह भी गंभीर रूप से घायल हो गया। यह पूरी घटना गांव के अन्य निवासियों के सामने घटी, लेकिन ग्रामीणों की हिम्मत तब जुटी जब हमलावर वहां से भागने लगे। ग्रामीणों ने दिलीप और दीपक को संभाला और उन्हें तुरंत नजदीकी अस्पताल पहुंचाया, जहां उनका इलाज चल रहा है। दोनों भाइयों की हालत गंभीर बताई जा रही है।
पुलिस पर तहरीर बदलवाने का आरोप:
घटना के बाद दीपक ने महिंगवा थाना में लिखित तहरीर दी, जिसमें आरोप लगाया गया कि पुलिस ने तहरीर में बदलाव करवाकर मुकदमा दर्ज किया। दीपक और उसके परिवार का आरोप है कि पुलिस ने दबंगों के दबाव में आकर घटना को हल्के तौर पर दर्ज किया और उनके खिलाफ उचित धाराओं में मामला दर्ज नहीं किया गया। हालांकि, पुलिस ने दावा किया कि उन्होंने तहरीर के अनुसार ही मामला दर्ज किया है और जांच शुरू कर दी है।
गांव में दहशत का माहौल:
इस हमले के बाद से गांव में भय और आक्रोश का माहौल बना हुआ है। ग्रामीणों का कहना है कि दबंगों की गांव में पहले से ही दादागीरी चलती रही है, और प्रशासन ने उनके खिलाफ कभी कड़ी कार्रवाई नहीं की, जिससे उनका साहस बढ़ता गया। दीपक और उसके परिवार ने प्रशासन से न्याय की गुहार लगाई है और दबंगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है। गांव के दलित समुदाय ने भी इस घटना को लेकर अपनी चिंता जाहिर की है और आरोपियों के खिलाफ कड़ी से कड़ी सजा की मांग की है।
“दलित समाज का गांधी परिवार ने किया अपमान”, खरगे को प्रियंका के नामांकन के दौरान कमरे से बाहर रखा गया, बीजेपी का आरोप
न्याय की गुहार:
घटना के बाद पीड़ित परिवार ने स्थानीय नेताओं और दलित संगठनों से मदद की मांग की है। दलित समुदाय में इस हमले को लेकर गहरी नाराजगी है, और वे इसे दलितों के खिलाफ लगातार बढ़ते अत्याचार के रूप में देख रहे हैं।
सौजन्य:दलित टाइम्स
नोट: यह समाचार मूल रूप से dalittimes.in पर प्रकाशित हुआ है और इसका उपयोग केवल गैर-लाभकारी/गैर-वाणिज्यिक उद्देश्यों के लिए किया गया है, विशेष रूप से मानवाधिकारों के लिए