पोकरण: दलित युवक की मौत के बाद परिवार ने प्रशासन की लापरवाही पर उठाए सवाल, न्याय की मांग
कुलदीप छंगाणी /जैसलमेर: पोकरण के रामदेव कॉलोनी निवासी नरपतराम भील पर 11 अक्टूबर को हुए जानलेवा हमले के बाद, जोधपुर में इलाज के दौरान 38 वर्षीय युवक की मौत हो गई. नरपतराम एक गरीब दलित परिवार से थे और उनके जाने से परिवार पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा है. उनके दो छोटे बच्चों से अब पिता का साया छिन गया है और उनकी पत्नी प्रशासन से न्याय की गुहार लगा रही है.
कुलदीप छंगाणी
जानलेवा हमला और प्रशासनिक लापरवाही
नरपतराम भील पर कुछ युवकों ने 11 अक्टूबर की रात हमला कर दिया था, जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गए. परिजनों के अनुसार, उनकी पत्नी ने तुरंत पुलिस को सूचना दी, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं की गई. नरपतराम की हालत बिगड़ने पर उन्हें जोधपुर रेफर किया गया, जहां 16 अक्टूबर को उनकी मौत हो गई. 17 अक्टूबर को स्थानीय समाज के लोगों ने एकत्रित होकर पुलिस थाने में हत्या की रिपोर्ट दर्ज करवाई. परिजनों का आरोप है कि पुलिस की लापरवाही के चलते समय पर कोई कार्रवाई नहीं की गई, जिससे यह दुखद घटना घटी.
परिजनों और ग्रामीणों की मांग
शुक्रवार को नरपतराम के परिजन और बड़ी संख्या में ग्रामीण उपखंड कार्यालय पहुंचे और तहसीलदार को जिला कलेक्टर के नाम ज्ञापन सौंपा. ज्ञापन में नरपतराम के परिवार के लिए 50 लाख रुपए की सहायता राशि, परिवार के एक सदस्य को संविदा पर नौकरी, बच्चों को निःशुल्क शिक्षा और लापरवाह पुलिस अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की गई. उन्होंने आरोपियों को गिरफ्तार कर सख्त कार्रवाई करने की भी अपील की.
धरना और प्रशासनिक हस्तक्षेप
परिजनों और समाज के लोगों ने उपखंड अधिकारी कार्यालय के बाहर धरना दिया. धरना कुछ घंटों तक चला, जिसके बाद जैसलमेर से एडीएम मुन्नीराम बगड़िया ने परिजनों से बातचीत की और धरना समाप्त करवाया. प्रशासन की ओर से कुछ आश्वासन दिए गए, जिससे लोग अपने घर लौट गए, लेकिन सवाल अब भी उठ रहे हैं कि पुलिस की लापरवाही के कारण इस त्रासदी को टाला जा सकता था या नहीं.
न्याय और भविष्य की चिंताएं
नरपतराम की मौत ने उनके परिवार को पूरी तरह से तोड़ दिया है. अब सवाल यह है कि क्या उनकी पत्नी और बच्चे कभी न्याय प्राप्त कर पाएंगे? क्या उन्हें वह सुरक्षा मिलेगी, जिसकी वे हकदार हैं? यह घटना प्रशासन की लापरवाही की ओर इशारा करती है और यह देखना बाकी है कि सरकार इस गरीब दलित परिवार को किस हद तक सहायता प्रदान करेगी.
सौजन्य: न्यूज़ 18
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