सिंघना में धर्मांतरण के खिलाफ चलाया जागरूकता अभियान
सिंघना गांव में धर्मांतरण के खिलाफ जागरूकता अभियान चलाया गया। इसमें दलित परिवारों ने बताया कि उन्हें प्रलोभन देकर ईसाई धर्म अपनाने के लिए कहा गया था। जब उन्हें धोखे का एहसास हुआ, तो उन्होंने घर वापसी…
रोह, निज प्रतिनिधि तंत्र-मंत्र, इलाज व प्रलोभन देकर धर्मांतरण के खिलाफ सोमवार को रूपौ थाना क्षेत्र के सिंघना गांव में जागरूकता अभियान चलाया गया। जिसके तहत सबसे पहले प्रभातफेरी निकाली गई। प्रभातफेरी में भारी संख्या में ग्रामीणों ने भाग लिया। जिसमें धर्म परिवर्तन कर ईसाई धर्म मानने वाले दलित परिवार भी शामिल थे। स्वामी सर्वानंद शिष्य वेद प्रचार मंडल बिहार के अध्यक्ष देवेंद्र शास्त्री की मौजूदगी में दलित परिवारों ने बताया कि उन्हें प्रलोभन देकर ईसाई धर्म मानने को तैयार किया गया। उनसे कहा गया कि ईसाई धर्म मानने से उन्हें काफी लाभ होगा। झाड़ फूंक से सभी बीमारी को भगा दिया जाएगा। जिसके बाद हमलोगों ने ईसाई धर्म मानना शुरू कर दिया। मगर जब हमें यह पता चला कि हमारे साथ छलावा किया गया है तो हमलोगों ने घर वापसी का निर्णय लिया। हमलोग सनातनी थे और सनातनी होकर ही जीवन व्यतीत करेंगे। देवेंद्र शास्त्री ने कहा कि सनातन में पाखंड, अंधविश्वास और कुरीतियों की कोई जगह नहीं है। इन दुष्चक्रों में फंसकर लोग अपने धर्म व संस्कृति से विमुख हो सकते हैं। कुछ दिन पहले विश्व हिंदू परिषद बजरंगदल के कैलाश विश्वकर्मा, जीतेंद्र प्रताप उर्फ जीतू समेत दर्जनों सनातनियों ने सिंघना गांव में धर्मांतरण के खिलाफ बैठक की थी और धर्म परिवर्तन करने वाले दलित परिवारों के साथ बातचीत की थी। जिसके बाद धर्म परिवर्तन करने वाले सभी दलित परिवारों ने स्वेच्छा से घर वापसी का निर्णय लिया। मंगलवार को स्वामी सर्वानंद शिष्य वेद प्रचार मंडल द्वारा सिंघना में घर वापसी करने वाले दलित परिवारों का वैदिक हवन यज्ञ के द्वारा शुद्धिकरण किया जाएगा। जागरूकता अभियान में प्रमोद सिंह, सुरेंद्र कुमार पाण्डेय, सोनू सिंह, राजीव सिंह, कौशल सिंह, संजीव सिंह समेत सैकड़ों लोग शामिल थे।
सौजन्य: हिन्दुस्तान
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