पीलीभीत में तालाब में मिला दलित छात्रा का शव:4 दिनों से थी लापता, हत्या-आत्महत्या की गुत्थी में उलझी पुलिस
पीलीभीत में कई दिनों से घर से लापता चल रही एक नाबालिग दलित छात्रा की डेड बॉडी तालाब में मिलने से हड़कंप मच गया। सूचना मिलने के बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने डेड बॉडी को कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया। परिजनों ने मौके पर पहुंचकर डेड बॉडी छात्रा की ही होने की शिनाख्त की है। घटना के बाद मृतक छात्रा के परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है।
4 दिनों से थी लापता
जानकारी के मुताबिक सुनगढ़ी थाना क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले गाय भोज गांव के रहने वाले रामसिंह की 13 साल की पुत्री किरन 11 अक्टूबर को संदिग्ध परिस्थितियों में घर से लापता हो गई थी, घटना के बाद परिजनों ने पूरे मामले की शिकायत पुलिस से की थी, पुलिस ने तत्काल गुमशुदा होने का मामला पंजीकृत कर नाबालिग छात्रा की तलाश शुरू कर दी थी।
छात्रा के परिजनों ने गांव के ही रहने वाले एक युवक और दूसरे गांव के रहने वाले एक अन्य युवक पर छात्रा को ले जाने का शक जाहिर किया था। घटना के बाद पुलिस पूरे मामले में जांच कर रही थी। परिजनों ने छात्रा का मोबाइल भी पुलिस को दिया था, जिसमें कुछ युवकों से छात्रा की बातचीत होने की बात सामने आई थी।
तालाब में मिला शव, परिजनों ने की शिनाख्त
सोमवार को गांव के बाहर स्थित तालाब में एक शव के देखे जाने की सूचना पुलिस को मिली। सूचना मिलते ही स्थानीय पुलिस मौके पर पहुंच गई, और स्थानीय लोगों की मदद से डेड बॉडी को बाहर निकाला मौके पर छात्रा के परिजनों को बुलाकर जब पहचान कराई गई तो परिजनों ने किरन के शव के रूप में की। घटना के बाद पुलिस में छात्रा की डेड बॉडी को कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया है।
हत्या या आत्महत्या की गुत्थी में उलझी पुलिस
11 अक्टूबर से लापता चल रही छात्रा का सोमवार दिन शाम तालाब में शव मिला है। नाबालिग दलित छात्रा की डेड बॉडी तालाब में मिलने के मामले में पुलिस अब हत्या और आत्महत्या के एंगल पर जांच कर रही है, पुलिस का कहना है कि पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट आने के बाद ही मृत्यु का कारण स्पष्ट होगा।
सीओ सिटी दीपक चतुर्वेदी ने बताया की नाबालिग छात्रा के लापता होने का मामला सामने आया था, पुलिस ने तत्काल मुकदमा दर्ज मामले की जांच शुरू कर दी थी। सोमवार को देर शाम डेड बॉडी मिली है, शव पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा गया हैं। मामले की जांच की जा रही है।
सौजन्य:दैनिक भास्कर
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