Balrampur News: अपनी ही जमीन पर मजदूरी करने को मजबूर 18 दलित परिवार, बलरामपुर में 150 बीघे जमीन पर भू-माफिया का कब्जा
18 दलित परिवारों की जमीन पर एक दबंग भूमाफिया ने कब्जा कर रखा हैइन दलित परिवारों ने एक बार फिर जिला प्रशासन से न्याय की गुहार लगाई है
Reported by :सर्वेश कुमार सिंह.
बलरामपुर. उत्तर प्रदेश के बलरामपुर के भारत-नेपाल सीमावर्ती क्षेत्र में 18 दलित परिवारों की जमीन पर एक दबंग भूमाफिया ने कब्जा कर रखा है. पीड़ित परिवारों ने जिला प्रशासन से अपनी जमीन को दबंग भूमाफिया के कब्जे से मुक्त करने की मांग की है. मामला पचपेड़वा ब्लॉक के खखादेई गांव का है. इस गांव में रहने वाले 18 दलित परिवारों की लगभग 150 बीघा जमीन पर दबंग ने कब्जा कर रखा है. इन दलित परिवारों ने एक बार फिर जिला प्रशासन से न्याय की गुहार लगाई है.
दरअसल, 27 वर्ष पूर्व सरकार ने सोमी, कामता , चन्द्र प्रकाश, भगवानदीन, नंदलाल, अवतारी, चिन्नू, पांचू, बुधना व रामरती सहित 18 दलित परिवारों को सीलिंग की जमीन का पट्टा दिया था. यह सभी 18 दलित परिवार अब संक्रमणीय भूमिधर है. इन दलित परिवारों के पास जमीन की किसान बही और खतौनी भी है. इसी जमीन पर किसानों को प्रधानमंत्री किसान सम्मान योजना का लाभ भी मिलता है, लेकिन इन 18 दलित परिवारों की लगभग 150 बीघा जमीन पर एक दबंग मुस्लिम ने कब्जा कर रखा है. अहसन खान उर्फ मुन्ना का दलित परिवारों की जमीन पर कब्जा है.
अपनी ही जमीन पर मजदूरी कर रहा परिवार
अहसन खान उर्फ मुन्ना पड़ोसी गांव रामनगर का मूल निवासी है और पीड़ित परिवारों की जमीन पर उसी की फसलें लहलहाती है. पीड़ित दलित परिवार भरण पोषण करने के लिए अपनी ही जमीन पर मजदूरी करने को विवश है. पीड़ित परिवारों की जमीन के कुछ हिस्से को दबंग भूमाफिया ने कुछ मुस्लिम परिवारों को बेच दिया है, जिस पर उन लोगों ने मकान बना लिए हैं. सरकार ने इन गरीब दलित परिवारों को उनकी आर्थिक स्थिति सुधारने और उन्हें भूमिहीन से भूमिधर बनाने के लिए 27 वर्ष पहले जमीन उपलब्ध कराई थी. लेकिन दबंग की हनक और पैसे की ताकत ने गरीब दलित परिवारों को उनके अधिकार से दूर रखा और आज भी यह गरीब दलित परिवार टूटी-फूटी झोपड़िया में गुजर बसर कर रहा है. अपनी ही जमीन पर खेतिहर मजदूर के रूप में काम करके परिवार का भरण पोषण करने को मजबूर है.
जिला प्रशासन से न्याय की गुहार
ढाई दशक से सरकार के द्वारा दी गई अपनी जमीन पर कब्जा करनी के प्रयास में पीड़ित दलित परिवारों का दबंग भूमाफिया ने उत्पीड़न भी किया. दबंग भूमाफिया की हनक और पैसे के आगे इन दलित परिवारों की एक न सुनी गई. योगीराज में इन दलित परिवारों को न्याय की कुछ उम्मीद जगी तो इन्होंने एक बार फिर आगे आकर अपने हक की मांग की है. इन दलित पीड़ित परिवारों ने अपनी जमीन दबंग भूमाफिया के कब्जे से मुक्त करने के लिए जिला प्रशासन से न्याय की गुहार लगाई है. अब देखना यही है कि योगी के राज में इन दलित गरीब परिवारों को उनका अधिकार कब मिलता है.
सौजन्य: न्यूज़18
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