ओडिशा : पेड़ से बांधकर दलित आंगनबाड़ी कर्मी की पिटाई, डिप्टी CM ने दिए जांच के आदेश.
Odisha news:ओडिशा के बालासोर में इंसानियत को शर्मसार करने वाला मामला सामने आया है। यहां महापाड़ा गांव में एक आंगनवाड़ी केंद्र में बच्चों को खाना उपलब्ध नहीं कराने के आरोप में ग्रामीणों ने आंगनबाड़ी कार्यकर्ता की पेड़ से बांधकर पिटाई की है।
Odisha news : ओडिशा के बालासोर में इंसानियत को शर्मसार करने वाला मामला सामने आया है। यहां महापाड़ा गांव में एक आंगनवाड़ी केंद्र में बच्चों को खाना उपलब्ध नहीं कराने के आरोप में ग्रामीणों ने आंगनबाड़ी कार्यकर्ता की पेड़ से बांधकर पिटाई की है। यह मामला 19 सितंबर का बताया जा रहा है। घटना का वीडियो सोशल मीडिया में तेजी से वायरल हो रहा है। .
वायरल वीडियो राज्य के डिप्टी सीएम ने संज्ञान में आया है, जिसके बाद डिप्टी सीएम ने मामले में उचित कार्रवाई करने का आदेश दिया है। वहीं ओडिशा की उपमुख्यमंत्री प्रभाती परिदा ने पीड़ित उर्मिला सामल से मुलाकात कर उन्हें नि: शुल्क चिकित्सा सहायता और सुरक्षा का उपलब्ध कराने का वादा किया है। परिदा ने मुख्य जिला चिकित्सा अधिकारी (सीडीएमओ) और पुलिस अधीक्षक को मामले में त्वरित कार्रवाई करने का आदेश दिया है।
ग्रामीणों ने महिला को पेड़ से बांधकर पीटा
जानकारी के अनुसार, ग्रामीणों ने महिला के साथ आंगनबाड़ी केंद्र में घुसकर गाली-गलौज की। महिला के विरोध करने पर उसे पेड़ से बांधकर बेरहमी से उसकी पिटाई कर दी। महिला को जब पीटा जा रहा था, तभी कुछ लोग वहां तमाशबीन बनकर देख रहे थे, लेकिन महिला की किसी ने मदद नहीं की। इस समय कुठ लोगों ने महिला पर अंडे भी फेंके। महिलाएं अपने बच्चों को नियमित रूप से खाना नहीं मिलने से नाराज थी। महिलाओं का कहना है कि उर्मिला उनके बच्चों को खाना नहीं दे रही थी, इस बात की शिकायत पहले भी कई बार की थी।
महिला की हालत गंभीर
घटना के बारे में जानकारी मिलते ही बाल विकास परियोजना पदाधिकारी पारबती मुर्मू मौके पर पहुंचीं और किसी तरह से महिला को छुड़ाया। इसके बाद महिला को बस्ता अस्पताल ले जाया गया। हालांकि महिला की हालत गंभीर बताई जा रही है। उसे बालासोर जिला मुख्यालय अस्पताल में रेफर कर दिया गया है, जहां उसका इलाज किया जा रहा है।
मामले की जांच में जुटी पुलिस
घटना का वीडियो वायरल होने के बाद मामला पुलिस तक पहुंचा जिसके बाद पुलिस ने संज्ञान लिया। पुलिस ने जांच शुरू कर दी है, लेकिन पिटाई का स्पष्ट कारण फिलहाल सामने नहीं आया है। ऐसा माना जा रहा है कि ये हमला सुभद्रा योजना से जुड़ा हो सकता है। वहीं इस घटना ने कार्यकर्ताओं की सुरक्षा को लेकर चिंता बढ़ा दी है। वहीं इस घटना से अन्य कार्यकर्ताओं में भी डर पैदा हो गया है।
सौजन्य: हरिभूमि
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