पारू दलित किशोरी घटना की हो उच्च स्तरीय न्यायिक जांच : पीयूसीएल
मुजफ्फरपुर मेंदलित किशोरी की हत्या पर मानवाधिकार संगठन पीयूसीएल नेअपनी जांच रिपोर्ट जारी की। रिपोर्ट मेंपुलिस की लापरवाही को जिम्मेदार ठहराया गया है। घटना के बाद हुई हिंसा के लिए जिला अधिकारियों को|
मुजफ्फरपुर, वरीय संवाददाता। पारू में दलित किशोरी की हत्या को लेकर मानवाधिकार संगठन पीपुल्स यूनियन फॉर सिविल लिबर्टिज नेअपनी जांच रिपोर्ट बुधवार को सार्वजनिक की। पीयूसीएल नेअपनी रिपोर्ट में पुलिस की लापरवाही और मनमानी को इस घटना के लिए जिम्मेवार माना। खासकर हत्या की घटना सामनेआनेके बाद हुई हिंसक वारदात के लिए पूरी तरह से जिला स्तरीय अधिकारियों को कटघरे में खड़ा किया गया है। इसकी जानकारी पीयूसीएल के महासचिव सरफराज नेसार्वजनिक करतेहुए कहा कि 11 अगस्त को हुई घटना के बाद पीयूसीएल की पांच सदस्यीय टीम ने 20 अगस्त को घटनास्थल का दौरा किया। इसमें शाहिद कमाल, प्रीति सिन्हा, प्रतिमा कुमारी, इंद्रदेव राय और पुष्पराज शामिल थे। टीम नेपीड़ित परिवार के अलावा कई ग्रामीणों सेबात कर तथ्यों की जानकारी ली। इसके अलावा संबंधित प्राथमिकी का भी अध्ययन किया गया। सभी तथ्यों के विश्लेषण पुलिस की लापरवाही की ओर इशारा कर रहेहैं। खासकर, एक खासवर्गविशेष के नाम पर कुछ लोगों द्वारा गांव पर किया गया हमला पूरी तरह सेसुनियोजित था, जिसेपुलिस पदाधिकारियों का भी शह मिला।
उन्होंनेकहा कि संगठन नेपूरेमामलेकी निष्पक्ष एवं उच्च स्तरीय न्यायिक जांच की मांग की। साथ ही, हंगामा मेंबाद आरोपी बनाए गए रविदास समाज के युवाओं का नाम केस सेनिकालनेकी भी मांग की।
सौजन्य:लाइव हिंदुस्तान
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